डेस्क : प्रेम प्रसंग के अजीबो-गरीब मामले आए दिन सामने आते है। ऐसे ही मामले में एक आरोपी को उम्र कैद मिली है। आरोपी पर इल्जाम है की उसने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी है। हत्या के चलते उसको उम्र कैद की सजा मिली है। लेकिन अब वह 15 दिन के लिए जेल से बाहर आएगा। जेल से बाहर लाने के लिए उसकी पत्नी ने गुहार लगाई है। ऐसा उसने इसलिए किया है ताकि वह अपना बच्चा पैदा कर सके। यह फैसला मौलिक अधिकार के तहत लिया गया है। आरोपी 15 दिन के पेरोल पर बाहर आया है।
यह फैसला अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। वह जेल से बाहर आ जाए इसके लिए वह समय- समय पर कोर्ट के दरवाजे ठकठकाते रहती थी। अपनी पूरी जिंदगी के लिए जेल की सजा काटने वाला यह शख्स बिहारशरीफ के रहुई प्रखंड के उत्तरनावां गांव का निवासी विक्की आनंद है। उसकी पत्नी का नाम रंजीता पटेल है। वह 2019 से अपनी पति को छुड़ाने के लिए कोर्ट से लड़ाई लड़ रही है। बिहार में पहले के जो ऐसे मामले थे उनमें कभी पेरोल नहीं दिया जाता था , लेकिन इस मामले में पेरोल दे दिया गया है। जो पेरोल कैदियों को मिलता है उसमें वह अंतिम संस्कार, शादी व किसी इमरजेंसी मामले के तहत बाहर आ सकते हैं। इस बार संतान उत्पत्ति के मामले में जो पेरोल दिया गया है वह लोगों की ज़बान पर है।
कोर्ट ने फैसले में साफ़ कहा है की इस मामले में पति को सज़ा पूरी मिलनी चाहिए लेकिन पति की वजह से पत्नी की ज़िन्दगी नहीं खराब होनी चाहिए। वंश को आगे बढ़ाना उसका हक़ है और वह उसको ज़रूर मिलना चाहिए। बता दें की आरोपी का पहले से ही प्रेम प्रसंग किसी और के साथ चल रहा था। इसके बाद उसने घर वालों की मर्ज़ी से दूसरी लड़की से शादी कर ली थी। जब उसको कुछ समझ नहीं आया तो 2012 में उसने अपनी प्रेमिका को कमरे में बुलाकर आग लगा दी थी, जिसमें उसकी प्रेमिका मौत हो गई थी।