चिराग पर भड़के चाचा पशुपति पारस, पूछा किस हैसियत से पार्टी से निकाला, पहले नियम की जानकारी….?

न्यूज डेस्क : LJP में चाचा-भतीजा के बीच पॉलिटिक्स की घमासान लड़ाई जारी है। पहले चाचा पशुपति पारस ने भतीजा चिराग को अध्यक्ष पद से हटाया। इसी में आग बबूला भतीजे चिराग ने भी कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक के बाद बगावत करने वाले अपने चाचा पशुपति पारस समेत सभी 5 सांसदों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया। चिराग के इस कदम को पशुपति ने अब आड़े हाथों लिया है।

पशुपति पारस का कहना है कि किस हैसियत से चिराग ने उन्हें और सांसदों को पार्टी से निकाला? उन्हें पहले नियम की जानकारी होनी चाहिए। पशुपति पारस का कहना है कि उनको पार्टी से निकालने का अधिकार नहीं है। चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कार्यसमिति की सूची क्या उनके पास है? कार्यसमिति की उनकी बैठक असंवैधानिक है। सर्वसम्मति से 17 जून को राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। पशुपति ने दावा किया है कि आंकड़े उनके पक्ष में है। 99 प्रतिशत लोग वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यकलाप से नाख़ुश थे। चिराग के फ़ैसले से लोगों में नाराजगी थी। सबकी राय थी कि नेतृत्व परिवर्तन ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि आगे चिराग़ के लिए अभी मौका है। परिवार का बेटा है। काम करें पार्टी में रहे हमें इसमें कोई आपत्ति नहीं है।