मैथिली लेखक समेत बिहार के तीन साहित्यकारों को मिला प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार, मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं.

डेस्क : साहित्य के क्षेत्र में प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा शुक्रवार को कर दी गई है। बिहार के 3 साहित्यकारों को भी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया है। बिहार के साहित्यकारों को इस पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औऱ राज्यपाल फागु चौहान ने विजेताओं को शुभकामनाएं दी हैं। साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 से देश भर के कुल 20 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया है।

बिहार के 3 साहित्यकार हुए सम्मानित- साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 में बिहार के 3 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया है। मुजफ्फरपुर की अनामिका को उनकी बहुचर्चित हिंदी कविता “टोकरी में दिगंत ‘ तेरी गाथा’ ” के लिए , दरभंगा के कमलकांत झा को उनकी मैथिली कहानी “गाछ रूसल अछी” के लिए और गया के हुसैन उल हक को उनके उर्दू नॉवेल “अमावस में ख्वाब” लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया है। इन्हें सम्मान समारोह में एक ताम्रपत्र, एक शॉल और एक लाख रुपये देकर सम्मानित किया जाएगा। समारोह के तारीख की घोषणा अभी नहीं कि गई है।

मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं- बिहार के 3 साहित्यकारों को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पे राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनको शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संदेश में कहा कि राज्य की बेटी को इस पुरस्कार के मिलने से आधी आबादी को प्रेरणा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने तीनों लेखकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा की यह बिहार के लिए बहुत गौरव की बात है।