बिहार में फिर से कोविड का ख़तरा, कई जिलों से मिल रहे मरीज़

बिहार में लगातार विभिन्न जिलों से कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने की वजह से स्वास्थ्य विभाग की परेशानियां बढ़ने लगी है। लगातार ही पटना, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, सिवान समेत अन्य 9 जिलों से कोरोना के मरीज मिले हैं। पिछले 24 घंटे में बिहार में कुल 93,300 सैंपल जांच के लिए लिए गए हैं।जिनमें से 17 पॉजिटिव रिपोर्ट मिले हैं। वर्तमान में बिहार में कोरोना एक्टिव पेशेंट की संख्या 117 पहुंच गई है। इसमें से पटना अब तक का सबसे एक्टिव जोन रहा है क्योंकि यहां पर 72 एक्टिव मरीज अभी मौजूद है।

दो हफ़्तों के लिए बॉयोमेट्रिक एंट्री बंद बिहार सरकार ने कोरोना के दर की हो रही वृद्धि को देखते हुए सभी सरकारी कार्यालयों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर दो सप्ताह के लिए रोक लगा दी है। साथ ही साथ ही गृह विभाग ने भी इस संबंध में सभी विभाग के हेड और जिला के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है।दूसरे प्रांतों में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी ना हो इसलिए ऐसा कदम उठाया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को सभी जिलों में अलर्ट पर रखा गया है, तथा लोगों से भी उनके स्तर से सावधानी रखने की अपील लगातार की जा रही है।

पिछले 24 घंटो में मिले के सारे कोविड एक्टिव केस देश की बात की जाए तो पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 6,594 नए एक्टिव केस मिले हैं। कोरोना वायरस की रफ्तार फिर से तेज होने लगी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार नए मामलों के साथ को संक्रमित मरीजों की संख्या वर्तमान में 4,32,36,695 पहुंच गई है। तथा उपचार पाने वाले वर्तमान में मरीजों की संख्या 50,548 हो गई है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामला का 0.12% है ।जबकि बीमारी से उबरने वाले लोगों दर राष्ट्रीय स्तर पर 98.67% है। देशव्यापी कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान के तहत अभी तक 195.35 करोड से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

इसी माह होगी हर घर दस्तक 2.0 की शुरुआत दिल्ली ,उत्तर प्रदेश ,महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। ऐसे में बिहार में भी मरीजों की संख्या बढ़ने की संभावना हो गई है। कोविड टीकाकरण में वृद्धि लाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर से हर घर दस्तक अभियान 2.0 शुरू करने जा रही है।जिसमें स्वास्थ्य कर्मी हर घर जाकर लोगों की तलाश करेंगे जिन्होंने अब तक वैक्सीनेशन नहीं लिया या फिर सारे डोज पूरे नहीं हुए हैं। इलाकों के अनुसार एक जगह इक्कठा किया जाएगा और वैक्सीन दिया जाएगा। इस माह के अंत तक ऐसे लोगों की सूची तैयार करके उनका टीकाकरण करवा देने की शुरुआत हो जाएगी।