बिहार के मठों-मंदिरों कि हजारों एकड़ भूमि अवैध कब्जों से होगी मुक्त, सरकार बना रही है कानून

डेस्क : बिहार में हजारों एकड़ मठ-मंदिरों के जमीन पर स्थानीय लोगों का अवैध कब्जा है। ऐसे में राज्य सरकार के निर्देश पर मठ-मन्दिर की परिसम्पत्ति का सर्वे कार्य काफी तेजगति से चल रही है। कानून मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि अभी तक राज्य के करीब 30,000 एकड़ मठों व मंदिरों की भूमि का आकलन हो चुका है। अब सरकार द्वारा मठ-मंदिर की भूमि पर कब्जे का आकलन करकब्जे से मुक्त कराई जाएगी। सभी धार्मिक जमीनों को कब्जा मुक्ति के बाद उसका चारों ओर से बाउंड्री वॉल का निर्माण भी कराया जाएगा। मालूम हो कि इस जमीम पर आम सभकी सहमति से सरकार , कॉलेज, स्कूल, पार्क इत्यादि बनवाएगी।

बिहर सरकार के कानून मंत्री प्रमोद कुमार कहते हैं कि कि हम यह कतई नहीं चाहते हैं कि जैसे अयोध्या राम मंदिर बनाने को लेकर जो 500 सालों की लड़ाई लड़ी गयी, यह घटना बिहार में दोहरायी जाए। ऐसी परिस्थिति न बनें कि मठों पर से कब्जा हटाने हेतु बिहार के लोगों को विवश होना पड़े। इसी वजह से राज्य सरकार मठ- मन्दिर की जमीनों और सम्पति को कब्जे से मुक्त किए जाने और उसकी सुरक्षा हेतु कानून लाने की पूरी तैयारी में है। इस कानून को लाने के लिए विभागीय स्तर पर तैयारी की हो रही है। शीघ्र ही उसे कैबिनेट में लाया जाएगा। कानून मंत्री ने बताया कि यह कानून आ जाने के उपरांत मठ-मंदिरों की भूमि पर नहीं तो कोई कब्जा कर पायेगा और उसकी देखभाल भी बढियां से हो सकेगी। कानून मंत्री के मुताबिक राज्य में 36 जिलों के मठ-मंदिरों की भूमि का सर्वे हो रहा है। इस सर्वे में 30,000 एकड़ भूमि का पता चला है वह किसी भी व्यक्ति की भूमि नहीं है, यह जमीन देश की संपत्ति है। मालूम हो कि पंचायतीराज चुनाव के उपरांत मठों-मंदिरों की भूमि स्थल अध्ययन करवाया जाएगा।

कानून मंत्री ने कहा कि मठों के परिसंपत्तियों का पता कर उसका व्योरा एक पोर्टल पर डाल दिया जाएगा। पोर्टल तैयार हो जाने के पश्चात देश-विदेश में रहने वाले लोग भी अपने गांव-जिलों के मठों -मंदिरों की भूमि की जारी जानकारी पोर्टल के पर जा कर ले सकेंगे। बहुत जल्द यह पोर्टल बन कर तैयार हो जाएगा और इस पोर्टल उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा होगा।

मालूम हो कि कानून मंत्री प्रमोद कुमार ने जीतन राम मांझी के तरफ से भगवान राम और रामायण के औचित्य पर सवाल खड़ा करने पर पर एक कविता के जरिये हमलावर होते हुए कहा, हमारी सोच है कि चंदन है इस देश की मिट्टी तपोभूमि हर ग्राम है, हर बाला देवी की प्रतिमा, बच्चा-बच्चा राम है. यह मेरी सोच है, लेकिन किसी की सोच उल्टी है तो प्रभु राम उसको ज्ञान दें। इस कविता के साथ उन्होंने जीतन राम मांझी पर तंज कसा।