हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाइपास निर्माण का रास्ता साफ़, मुआवजा को लेकर अटका हुआ था काम

न्यूज डेस्क : करीब 7 साल से बाधित 17 किलोमीटर लंबे हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बायपास का नए सिरे से निर्माण अब तेजी आने की उम्मीद है। फिर बायपास बनते ही उत्तर बिहार के सभी जिलाें से पटना आने-जाने वाले वाहन मुजफ्फरपुर शहर के ट्रैफिक में फंसे बगैर फर्राटा भर सकेंगे। नेपाल आने-जाने वालाें काे भी आसानी हाेगी। यहां तक की माेतिहारी, छपरा, दरभंगा, सीतामढ़ी और शिवहर की गाड़ियां भी मधाैल से सदातपुर के रास्ते एनएच 28 पर पहुंच जाएंगी। हाजीपुर से मुजफ्फरपुर आने वाली गाड़ियां मधाैल गांव से बाएं मुड़ कर बायपास हाे कर छपरा एनएच-102 पार करते हुए सदातपुर में एनएच-28 पर मिल जाएंगी।

मुआवजा को लेकर अटका हुआ था काम: प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मुआवजा को लेकर काफी दिनों से काम अटका हुआ था। महज 6 किलोमीटर निर्माण हाे पाने के कारण बायपास चालू नहीं हाे रह है। बाकी 80 फीसदी दूरी तक हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोरलेन बन गया। वही अब भू-धारकों की सहमति के बाद मुआवजे का भुगतान किया जायेगा। बता दे की अधिकांश जमीन मालिक ने जमीन से संबंधित कागजात जिला भू-अर्जन कार्यालय में जमा कर दिया है। इस योजना में कांटी अंचल के तीन गांवों में जमीन की किस्म पर जमीन मालिक की आपत्ति थी। जबकि, जिला प्रशासन ने मुआवजा नहीं लेने पर कोर्ट में राशि जमा करने का नोटिस जारी किया। इसके बाद किसान कागजात जमा करने लगे।

बायपास बनने से नेपाल जाना आसान हो जाएगा: बायपास बनते ही पटना से या फिर मोतिहारी से आने वाले यात्री बिना मुजफ्फरपुर शहर आए गोपालगंज हाे कर लखनऊ तक आना-जाना सुगम हाे जाएगा। इसके साथ ही दरभंगा के रास्ते पूर्णिया से सिलचर तक जाने वाली गाड़ियां एनएच-57 से, सीतामढ़ी के रास्ते नेपाल सीमा पर सोनबरसा तक एनएच-77 और मझाैली से नेपाल सीमा स्थित चाेराैत तक एनएच-527 से चली जाएंगी। सीतामढ़ी, शिवहर से लेकर नेपाल तक आने-जाने में यात्री को आसानी मिल जायेगी। वही दरभंगा के रास्ते पूर्णिया तक के लाेगाें काे पटना आने-जाने में कम वक्त लगेगा।