बूढ़ी गंडक नदी दिखा रही है रौद्र रूप , दियारा में फसलें डूबी पानी तटबंध छूने को आतुर

न्यूज डेस्क : ससमय आये मानसून और हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश से जिले में बूढ़ी गण्डक नदी का रौद्र रूप जून माह से ही बरकरार है। बताते चलें कि विगत जून माह के अंत से ही रोसड़ा डिवीजन में खतरे की निशान के पार बह रही बूढ़ी गण्डक नदी का जलस्तर अब बेगूसराय डिवीजन में भी खतरे की निशान चढ़ने के करीब पहुंच चुका है। बेगूसराय जिले में रोसड़ा और बेगूसराय दोनों बाढ़ डीविजन का विभागीय परिसीमन है। बताते चलें कि इस साल बूढ़ी गंडक नदी अचंभित करने के तरीके से उफनाई है।

नदी के तटीय गांवों में बसे लोगों के मिताबिक बीते सालों में जून माह में इतना पानी नहीं बढा था। बाढ़ विभाग के मीटर गेज की रिपोर्ट के मुताबिक आधी जून माह से पहले से ही लगातार जल स्तर गेज में ऊपर चढ़ रहा है। परंतु , विगत कुछ दिनों से जलस्तर नीचे उतर रहा था। 2 जुलाई से जलस्तर फिर चढ़ना शुरू हो गया है। रोसड़ा रेल पुल मीटर गेज के रिपोर्ट की मुताबिक रोसड़ा डीविजन में बूढ़ी गंडक खतरे की निशान से 42 सेमी ऊपर है। तो बेगूसराय डीविजन के सिवरी पुल में जलस्तर खतरे के निशान से सवा ही मीटर नीचे है। जिस तरह से जलस्तर से वृद्धि हुई उसे देखते हुए यह लग रहा है कि इस बार समय से पहले नदी का पानी तटबंध को छू लेगी। दियारा क्षेत्र में लगी फसलें डूबने से मंझौल , बखरी , बेगूसराय , तेघड़ा , बलिया अनुमंडल क्षेत्र के वैसे किसानों के समक्ष पशुचारा की संकट गहरा जाएगी । जो नदी के दियारा क्षेत्र में खेती करने पर आश्रित होते हैं। नदी का पानी धीरे धीरे पेट से निकलकर आसपास के खेतों में प्रवेश करने लगा है। किसानों में हरा चारा, फसलें डूबने की बैचेनी छाई है। जल्दी जल्दी खेतों में लगे घास जैसे – तैसे काटने पर तुले हैं।

बेगूसराय डिवीजन : सिवरी पुल मीटर गेज की रिपोर्ट

यहाँ खतरे का निशान – 40.67

  • 30 जून : 39.32
  • 01 जुलाई : 39.26
  • 02 जुलाई : 39.26
  • 03 जुलाई : 39.36
  • 04 जुलाई : 39.42

रोसड़ा डिवीजन : रेलवे पुल मीटर गेज की रिपोर्ट

खतरे का निशान – 42.63

  • 30 जून : 43.02
  • 01 जुलाई : 42.86
  • 02 जुलाई : 42.86
  • 03 जुलाई : 42.94
  • 04 जुलाई : 43.05