वांटेड को पकड़ने गए किशनगंज के इंस्‍पेक्‍टर को बंगाल में भीड़ ने घेरकर मार डाला

बिहार के एक दरोगा को पश्चिम बंगाल में पीट पीट कर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि थानेदार बंगाल में एक वॉन्टेड अपराधी को गिरफ्तार करने गए थे। किन्तु इसी बीच वहां कुछ लोगों ने उन पर हमला बोल दिया। और पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। मामला बंगाल के पंजीपाड़ा थाने क्षेत्र के पनतापारा गांव का है। इस गांव में एक वांछित अपराधी छिपा था, जिसे पकड़ने बिहार के किशनगंज के थानेदार अश्वनी कुमार गए थे। मगर उन पर गांव वालों ने हमला कर दिया, जिसमें उनकी जान चली गई।

करीब 2 बजे बिहार से बंगाल वांटेड अपराधी को गए थे पकड़ने दरअसल, बंगाल के पनतापारा गांव में एक वांछित अपराधी की तलाश में बिहार के किशनगंज में कार्यत दरोगा अश्वनी कुमार निकले थे। बताया जा रहा है कि रात में ही अश्वनी कुमार बंगाल के स्थानीय थाने भी पहुंचे थे। तो वहां थाना प्रभारी ने कहा कि ओडीओ उनके साथ जाएगा। ओडीओ ने कहा कि आप जाइए, हम आते हैं।

ऐसे में अश्वनी कुमार बिना फोर्स बल के साथ अकेले ही गांव पहुंच गए। इसके बाद गांव वालों ने लाठी, डंडे और पत्थर से पीट-पीटकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। फिलहाल अश्वनी कुमार का पार्थिव शरीर बंगाल के इस्लामपुर अस्पताल में रखा हुआ है। इस पूरे मामले के सामने आने के बाद बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने पीड़ित परिवार को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिए जाने की मांग की है।