जदयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के कमान संभालते ही खेला हुआ शुरू , विरोधी खेमे के कई दिग्गज थामेंगे जदयू

डेस्क : सब को जिस बात की संदेह थी, वो होने लगा है। जदयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने अपने कही बात को पूरा करने में लग गए हैं। ललन सिंह के द्वारा उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद कहा गया था कि उनकी पार्टी की यह प्रयास रहेगी, जो भी नेता किसी कारण बस जदयू से बाहर निकल गए होंगे या कोई जदयू के काम -काज से संतुष्ट होंगे, उन्हें जदयू हमेशा स्वागत करेगी। अब यह दल बदलने वाली खेल शुरू भी हो गया है। विधानसभा चुनाव में टिकट कट जाने की कारण से जदयू छोड़ जाने वाले पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा वापस जदयू का हाथ थाम लिए हैं। अब शुक्रवार यानी आज और दो नेता जदयू में शामिल होंगे। पहला नाम राजद से 5 दफा विधायक रह चुके पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी का है, साथ ही दूसरा नाम कांग्रेस के राकेश शर्मा का बताया जा रहा है।

हालांकि मुनेश्वर चौधरी को बीते विधानसभा चुनाव में राजद के द्वारा टिकट नही दिए जाने की वजह से राजद छोड़ कर जन अधिकार पार्टी जॉइन कर लिए थे। अब उनका यह फैसला है कि वे जदयू के साथ जनता की सेवा करेंगे। वहीं मुनेश्वर चौधरी ने बयान दिया कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के कार्य करने की तरीकों से वे बहुत प्रभावित हैं। इसलिए लिए मैंने निर्णय लिया कि जदयू में ही रह कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मिलकर आगे की राजनीति करेंगे।

बतादें कि MLC रहे राजेश राम भी कांग्रेस को छोड़ कर जदयू (JDU) में शामिल होंगे। बताया जा रहा है, पूर्व सांसद पूर्णमासी राम के भाई राजेश राम की परिवार की चंपारण की पॉलिटिक्स में काफी अहम भूमिका रही है। राजेश राम का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की प्रगति की बात करते हैं। लेकिन दूसरी अन्य पार्टियों के द्वारा सिर्फ राजनीति ही कि जाती है। आगे कहते है बिहार की इसी प्रगति से प्रभावित होकर जदयू में शामिल होने का निर्णय लिया हूं।

बताते चले कि जदयू नेताओं के द्वारा कहा गया है कि ये तो शुरुवात है। अभी कई और अन्य दलों के नेता जदयू के संपर्क में बने हुए है। इन ग़द्दावर नेताओं के दल बदलने के बाद और भी कई नेता जदयू में शामिल हो सकते हैं।