डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से बुधवार को 5024 करोड़ की 217 सड़क पुल परियोजनाएं इस योजना को साकार करने में उपयोगिता साबित होने वाली है कि अब बिहार के किसी भी कोने से 5 घंटे में पटना आने का जो सपना है वह साकार हो जाएगा। इस योजना से बिहार के विकास को और रफ्तार मिलेगी।
अब लोग कम समय में ही अपना सफर पूरा कर लेंगे चाहे वह पटना हो या जमुई सभी जिलों से आने वाले लोग बुधवार को शुरू हुई सड़क व पुल की योजनाओं से लाभ उठा सकेंगे। बुधवार को सीएम नीतीश कुमार की वर्चुअल कार्यक्रम में 1270.73 करोड़ की 88 सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया गया है. 2 दर्जन जिलों में 600.31किमी बनने वाली इन सड़कों का लाभ लोग भविष्य में उठा पाएंगे. जबकि बिहार में बन चुकी 525.24 किलोमीटर की 70 सड़कों को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. इसका सीधा लाभ है डेढ़ दर्जन जिलों को होगा. इन सड़कों के निर्माण पर 1251.61 करोड़ खर्च आया है।
पुल निर्माण निगम के 46 पूरी हो चुकी योजनाओं का भी हुआ उद्घाटन गंडक के बंगरा घाट पर बने पुल का उद्घाटन भी हो गया है.पुल के निर्माण में 508.98 करोड़ का खर्च आया है. अप्रोच रोड सहित पुल की लंबाई 19 किलोमीटर है पुल सारण और मुजफ्फरपुर को आपस में जोड़ता है. इसका निर्माण 2014 में शुरू हुआ था जिसे 2019 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया था. इससे सारण और मुजफ्फरपुर को सीधा लाभ होने वाला है. इस ओर से गुजरने वाले आधा दर्जन अन्य जिलों के लोग को भी लाभ होगा. पुल निर्माण निगम की 46 पूरी हो चुकी योजनाओं का उद्घाटन भी हुआ. पहले सड़क कम चौड़ा होने की वजह से जाम लगता था. 390.5 करोड़ से बने इन पुलों से जाम की जो समस्या है उसमें राहत मिलेगी. पथ विकास निगम की 2 योजनाओं का उद्घाटन हुआ है. 32.74 करोड़ से बनी बाघी बरबीघा के बीच बने एक आरओबी को खत्म होने से शेखपुरा को जाम की समस्या से निजात भी मिलेगा.
सभी शहरों को जाम से मिलेगा छुटकारा सीएम ने बुधवार को घोषणा की कि जिला मुख्यालय के साथ-साथ राज्य के शहरों और बाजारों में भी बाईपास बनाए जाएंगे. 5024 करोड की सड़क और पुल की 217 परियोजनाओं की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन और शिलान्यास के बाद कहा कि जितने बाईपास की जरूरत होगी सब को पूरा करेंगे. अभी सिर्फ 7 जिला मुख्यालय बाईपास की स्वीकृति मिलनी बाकी है जिस शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। शहरों में बाईपास बनने से जिन्हें शहर के भीतर जाने की जरूरत नहीं होगी वह बाईपास के रास्ते बिना बाजारों की भीड़ भाड़ में फंसे और जाम का सामना किये बगैर आसानी से आ जा सकेंगे। इसके साथ ही पटना में गंगा पथ- पीएमसीएच संपर्क पथ का शिलान्यास भी हुआ। बिहार के किसी भी जिले से पीएमसीएच लोग बिना बाधा के आ जा सकेंगे। उसमें यह परियोजना उपयोगी साबित होगा। नौजरघाट से दीदारगंज के बीच रुके निर्माण कार्य अगले माह शुरू हो जाएगा।
पटना रिंग-रोड का हिस्सा और 1402 करोड़ की लागत से बन रहे बिहटा-सरमेरा पथ में डूंमरी से सरमेरा के बीच बने सड़क का भी उद्घाटन हो गया है। डुमरी से दनियांवा और चंडी से सरमेरा के बीच 2 पैकेज में बनी इस सड़क की कुल लंबाई लगभग 57 किलोमीटर है। डुमरी से सरमेरा के बीच सड़क बन जाने से भोजपुर, बक्सर, गया, औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर, जमुई से आने जाने वालों को पटना के भीतर प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी। बिहटा सरमेरा सड़क में अब डूमरी से कन्हौली के बीच काम बाकी है जिसे 21 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा