गंगा पर मटिहानी-शाम्हो मेगा पुल का दोबारा डीपीआर बनाने को लेकर निकलेगा टेंडर, इन तीन राज्यों की दूरी घटेगी

न्यूज डेस्क : बिहार ( BIHAR ) के बेगूसराय ( BEGUSARAI ) में गंगा नदी ( GANGA RIVER ) पर बनने वाला नया पुल ( BRIDGE ) का निर्माण अधर में लटकता दिख रहा है। यह पुल बेगूसराय जिले के टापूनुमा भूभाग व प्रखण्ड शामहो को जिला मुख्यालय से जोड़ने के साथ साथ आर्थिक गतिविधियों के दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण है। जिसकी मांग वर्षों से उठती हुई आ रही है। इस पुल के डीपीआर बनाने का टेंडर पिछले साल जारी किया गया था।

बताते चलें कि NH 31 से शाम्हो होते हुए लक्खीसराय ( LAKHISARAI ) के सूर्यगढ़ा ( SURYAGARHA ) NH80 को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बनने वाले मेगा पुल की डीपीआर ( DPR ) बनाने के लिए अब एनएचएआई ( NHAI ) दुबारा टेन्डर करेगी। बता दें कि अनुमानतः प्रस्तावित इस पुल की एप्रोच रोड सहित कुल लंबाई तकरीबन 22 किलोमीटर है। दुबारा टेन्डर (की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी। एचएचएआई ( NHAI ) के द्वारा पिछले वर्ष डीपीआर ( DPR ) तैयार करने के लिए कुल अनुमानित राशि एक करोड 84 लाख निर्धारित किया था। दिसम्बर 2020 में टेन्डर भी निकाला गया था। तब इस टेंडर जयपुर की एक कम्पनी ने हासिल किया था। उस समय कहा गया था कि अगले वर्ष 21 के आधे समय तक कम्पनी डीपीआर बनाकर एनएचएआई को दे देगा। बेगूसराय के मटिहानी-शाम्हो के बीच पुल के बनने से बेगूसराय से लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर आना-जाना और आसान हो जाएगा। वही बिहार को झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा आने-जाने के लिए एक नया रास्ता उपलब्ध हो जाएगा। तीनों राज्यों की दूरी 76 किलोमीटर कम हो जाएगी। इलाके के दो लाख किसानों को अपना उत्पाद बेचने में भी सुविधा होगी। पुल के बन जाने पर मुंगेर और भागलपुर से आपदा टीम 40 मिनट के भीतर आ जाएगी।

इस मेगा पूल के निर्माण में कोई तो लगा रहा है अरंगा इसी बीच यह मामला पटना उच्च न्यायालय ( PATNA HIGH COURT ) में चला गया। इसकी खबर आरएसएस ( RSS ) के विचारक व राज्यसभा सांसद प्रो राकेश सिन्हा को लगी। जिसके बाद प्रो सिन्हा ने विभागीय मंत्री व अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर आयी बाधा को दूर करने का भरसक प्रयास किया। जिसके परिणाम साकारात्मक दिखने लगे है। इधर इस पुल के प्रक्रिया में देरी होने से अटकलों का बाजार गर्म है लोग कई तरह के कयास लगा रहे हैं कुछ लोगो का कहना है कोई न कोई इसमे अड़ंगा लगा रहा है जिससे कई बार इसमे बाधा आई। वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष शम्भू कुमार ने कहा सांसद राकेश सिन्हा के भगीरथ प्रयास से ये कार्य अवश्य सफल होगा सात्विक मन और निःस्वार्थ भाव से किया गया हर कार्य सफल होता है और ये ऐतिहासिक कार्य भी सफल होगा।