न्यूज़ डेस्क : LJP में चाचा-भतीजे के लड़ाई बीच अब गड़े मुर्दे भी सामने आने लगे हैं। जब से चिराग पासवान को अध्यक्ष पद से हटाया गया है। तब से चिराग ने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बता दे कि दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है। बता दें कि इसी बीच मंगलवार की दोपहर ट्विटर पर एक चिट्ठी शेयर कर चिराग ने अपने चचेरे भाई और सांसद प्रिंस पासवान से जुड़े एक मामले का जिक्र किया है। जिसमें एक महिला ने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।
कौन है स्वाति क्या कनेक्शन है LJP से….. बता दें कि चिराग के चिट्ठी के मुताबिक स्वाति नाम की एक महिला है। जो पिछले कई बरसों से एलजेपी से जुड़ी हुई थी। वह प्रिंस पासवान पर यौन शोषण का आरोप लगाकर उन्हें लगातार ब्लैकमेल कर रही थी। चिराग ने इस मुद्दे पर पारस से सलाह मांगी। लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। चिराग ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि बड़ा भाई होने के नाते उन्होंने प्रिंस को पुलिस के पास जाने की सलाह दी थी ताकि झूठ और सच का पता चल सके और दोषी को दंड मिले। चिराग ने बताया है कि इतने महत्वपूर्ण मसले पर भी पारस ने कोई सलाह नहीं दी। और मुकर गए जबकि यह मुद्दा पार्टी के साथ परिवार की भी प्रतिष्ठा से जुड़ा था।
जब से पार्टी का अध्यक्ष बना हूं तब से चाचा मेरे खिलाफ काम करने लगे: बता दे चिट्ठी के मुताबिक चिराग ने यह स्पष्ट कर दिया कि पार्टी में टूट के एक दिन बाद चिराग ने चिट्ठी के जरिये यह स्पष्ट करने की कोशिश की है कि समस्याओं को सुलझाने की उन्होंने भरसक कोशिश की, लेकिन पशुपति कुमार पारस ने हर बार उनकी अनदेखी की। उन्होंने यह भी बताया है कि रामविलास पासवान के जीवित रहते ही पारस के रुख में बदलाव आने लगा था। जब चिराग को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। तभी से पारस पार्टी के हितों के खिलाफ काम करने लगे थे।