मार्च तक तैयार हो जाएगा राज्य का तीसरा सबसे बड़ा पशु आहार कारखाना, लोगों को मिलेगा रोजगार, जानिए-

न्यूज़ डेस्क: बिहार के किसानों के लिए खुशी का क्षण है। क्योंकि कोशी व सीमांचल के किसानों को महेशखूंट पशु आहार कारखाने का सौगात जो मिला है। दरसअल, महेशखूंट पशु आहार कारखाना का निर्माण कार्य लगभग सम्पन हो गया है। बताया जा रहा है कि मार्च 2022 तक कारखाना में उत्पादन कार्य भी शुरू होने संभावना है। यह कारखाना देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद दुग्ध उत्पादक सहकारी सहयोग संघ लिमिटेड (बरौनी डेयरी) के द्वारा बनवाया जा रहा है।

बता दें कि बिहार के खगडिय़ा जिले में काफी मात्रा में मक्का उपजाया जाता है। जिले में 50 हजार 50 में मक्के की खेती की जाती है। वहीं जिले में सबसे ज्यादा बेलदौर प्रखंड में 12 हजार हेक्टेयर में इसकी खेती होती है। पशु चारा कारखाने में मक्का की आवश्यकता होगी और किसानों को इसका उचित मूल्य मिलेगा। इसके खुल जाने से रोजगार का सृजन होगा।

प्रति दिन 300 टन उत्पादन करने की क्षमता: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा 28 जनवरी 2019 को शिलान्यास किया गया। 40 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे कारखाना की उत्पादन कैपेसिटी तीन सौ टन की है। कारखाने का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।

पशु पालक व किसानों को होगा बम्पर लाभ: इस पशु आहार कारखाना के शुरू होते है ही इलाकें के किसानों के भाग्य खुल जाएगा। कारखाने के उत्पादन से पशुपालक को पशु आहार आसानी से और कम कीमत पर उपलब्ध होगा। वहीं, मक्का किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए बाजार मिलेगा। वहीं इस कारखाने के शुरू ने अभी वर्ग के लोगों को योग्यता के अनुसार रोजगार मिलेगा।