डेस्क : कल से सरकार के निदेशानुसार राजधानी पटना के स्कूल खुल जाएंगे। इस बाबत अभिभावकों से उनकी राय ली गई, आखिर उनकी क्या इच्छा है। सवाल उनके बच्चों की जिंदगी का है। तो अभिभावकों का जबाव आया कि वे बच्चों को फिलहाल स्कूल नहीं भेजना चाहते। ये जबाव किसी एक या दो अभिभावक का नहीं है बल्कि पूरे 80 से 85 फीसदी अभिभावकों ने बच्चों को भेजने से इनकार कर दिया है।
फिलहाल अभिभावक ऑनलाइन क्लास से ही बच्चे की पढ़ाई चाहते हैं। कोरोना काल में अभिभावक मार्गदर्शन क्लास के लिए भी बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं। दरअसल, मार्गदर्शन के लिए 21 सितंबर से स्कूलों को खोलने की छूट दी गई है। स्कूलों ने इसकी तैयारी की है। राजधानी के स्कूलों ने अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने की राय मांगी थी। इसमें 85 फीसदी अभिभावक से साफ मना कर दिया है। चाहें किसी भी स्कूल की बात करे हर स्कूल के विद्यार्थियों के अभिभावकों का वहीं जबाव है। सेंट जेवियर्स हाई स्कूल , बाल्डविन एकेडमी , डान बास्को एकेडमी सभी जगह वहीं जबाव मिला। हालाँकि स्कूल ने डाउट क्लास के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है उन बच्चों के लिए जिन्होंने स्कूल आने के लिए हामी भरी है। इस शेड्यूल के मुताबिक हर दिन अलग-अलग बच्चों को बुलाया जायेगा। इंटरनेशनल स्कूल की बात करें तो एक दिन में दस से ग्यारह विद्यार्थी ही आयेंगे। वाल्डविन एकेडमी में पहले दिन पांच बच्चों को बुलाया जायेगा। डाउट क्लास के लिए हर स्कूल में 50 फीसदी शिक्षकों को भी बुलाया जायेगा।
वहीं कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए राजधानी पटना के सभी मिशनरी स्कूलों ने सोमवार को स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है। डान बास्को एकेडमी की प्राचार्य मेरी अल्फांसो ने बताया कि राज्य सरकार के आदेश और गाइडलाइन के बाद ही स्कूल खुलेगा। वहीं सेंट जेवियर्स हाई स्कूल के प्राचार्य फादर किस्ट्रू ने बताया कि अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर रहे हैं। अब जब राज्य सरकार का निर्णय होगा, उसी के अनुसार स्कूल खुलेगा। माउंट कार्मेल हाई स्कूल की प्राचार्य सिस्टर सेरेना ने बताया कि अभी स्कूल नहीं खुलेगा।