प्रेरणादायक : शिक्षक के बेटे ने घर पर रहकर की UPSC की तैयारी, दूसरे प्रयास में ही पाई सफलता

डेस्क : समस्तीपुर के रहने वाले राहुल मिश्रा ने यूपीएससी परीक्षा में 202वां रैंक लाकर बिहार का नाम रोशन किया है। राहुल मिश्रा धुरलख निवासी विपिन कुमार मिश्रा के बड़े बेटे हैं इनकी बेसिक पढ़ाई तो समस्तीपुर से हुई है लेकिन प्लस टू के बाद राहुल मिश्रा ने वर्ष 2016 में बीएचयू से आईटीआई कंप्लीट किया और एमएनसी में 6 महीने तक काम किया। इसके बाद ये यूपीएससी की परीक्षा की तैयारियों में जुट गए।

इनकी कामयाबी से गांव में हो रहे हैं चर्चे शहर से 3 किलोमीटर दूर एक गांव धुरलक है जो कि आजकल विशेष चर्चा का विषय बना हुआ है. गांव के शिक्षक विपिन मिश्रा के बड़े बेटे राहुल मिश्रा आईएएस बन गए हैं. राहुल मिश्रा के मुताबिक वह अपने पिता के सानिध्य में ही UPSE की तैयारी की है. ITI से इंजीनियरिंग में स्नातक किया इसके बाद UPSC तैयारी शुरू करने से पहले वह 6 महीने तक एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम भी कर चुके हैं. राहुल कहते हैं कि इस परीक्षा के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है इसमें उनके पिता का भी भरपूर सहयोग मिला है. इंटरनेट की मदद ली और इस पूरे अध्ययन के दौरान उनके पिता ने उनका भरपूर सहयोग किया. मैं चाहता था कि रैंक अच्छा मिलेगा लेकिन थोड़ी निराशा है. हम आगे भी एक-दो प्रयास और करेंगे ताकि रैंक अच्छा मिले।

टॉपर बनना चाहते हैं राहुल मिश्रा राहुल मिश्रा के इस सफलता से उनके चर्चे पूरे जिले में हो रही है. इनके पिता का कहना है कि राहुल मजबूत इच्छाशक्ति और सच्ची लगन से इस कामयाबी को हासिल किया है. गांव के वातावरण में रहकर ही राहुल ने यह कारनामा किया है.UPSE एग्जाम के लिए छात्र अक्सर बड़े बड़े संस्थानों और शहर में जाकर पढ़ाई करते हैं राहुल ने गांव में ही रहकर पढ़ाई की है.

दूसरे प्रयास में ही मिली सफलता राहुल के दोस्तों और उनके छोटे भाई, पिता का कहना है कि वह बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज हैं.उनके कठिन परिश्रम का ही परिणाम है कि आज उनको यह रैंक मिला है. राहुल की दादी भी अपने पोते की सफलता पर काफी फक्र महसूस करती हैं। इनकी कामयाबी देख कर यही लगता है द्र्ढ इच्छा शक्ति और सच्ची लगन हो तो इंसान कोई मुकाम हासिल कर लेता है इस बात को सच कर के इन्होंने दिखा दिया है।