रोसड़ा गोलाघाट में बूढ़ी गंडक में खुद’ कुशी करने कूदा, आठ किलोमीटर बाद मछुआरों ने बचायी जान

डेस्क : बेगूसराय में बूढ़ी गंडक नदी रौद्र रूप में है। पानी के तेज बहाव के कारण लोगों के लिए खुदकुशी का आसान जरिया नजर आने लगा है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां अपने जिंदगी से ऊब चुके एक व्यक्ति ने रोसड़ा में एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने जान देने की नीयत से छलांग लगा दिया। लेकिन रोसड़ा के बूढ़ी गंडक नदी के गोला घाट में आत्मह्त्या के इरादे से छलांग लगाए उक्त व्यक्ति को खोदबन्दपुर थाना क्षेत्र के नरुल्लाहपुर के स्थानीय मछुआरों नाव की सहायता ने जान बचाया।

मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाज के लिए भेजा उक्त व्यक्ति का पहचान रोसड़ा के महादेव मठ वार्ड नं 1 के स्वर्गिय भीम नारायण गिरी के पुत्र 55 वर्षिय राम नरेश गिरी के रूप किया गया। तथा अपने कबूलनामे में यह बताया कि मुझे ब्रेन ट्यूमर की बीमारी है इलाज कराते कराते परेशान है, शरीर मे जान नही लगता है इसलिए मैं आत्महत्या करने के लिए छलांग लगाया परंतु गंडक के तेज बहाब के कारण 8 किलोमीटर की सफर कर घर के साथ यहां पहुचने पर मुझे यहां के स्थानीय मछुआरों ने नाव की सहायता से मेरी जान को बचाया। यह खबर पूरे मोहल्ले में आग की तरह फैल गयी।लोग देखने सभी तटबन्ध पर मेले के तरह भीड़ लग दिए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना उसके परिजन सहित पुलिस को घटना की जानकारी दी। उक्त घटना स्थल पर पुलिस ने पहुँच कर उसे सामुदायिक स्वस्थ केंद्र में इलाज के लिए भेज दिया।