खगड़िया में बड़ी मां से मिलते ही फूट-फूटकर रोने लगे चिराग पासवान, रामविलास की पहली पत्नी ने बेटे को अपने हाथों से खिलाई खीर

न्यूज डेस्क : अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के जयंती से निकाले आशीर्वाद यात्रा के दौरान आज यानी शुक्रवार को चिराग पासवान अपने पैतृक घर खगड़िया के शाहरबन्नी पहुंचे। बता दें कि चिराग 5 जुलाई को हाजीपुर के सुल्तानपुर से यात्रा शुरू की थी। इससे पहले भी चिराग पटना में स्थित अपने बहन से मुलाकात कर फूट-फूटकर रोए थे। उसके बाद आशीर्वाद यात्रा को आगे बढ़ाते हुए बेगूसराय पहुंचे। उसके बाद आज उसी सड़क मार्ग से अपने पैतृक गांव खगड़िया पहुंचे।

अपने पैतृक गांव पहुंचते ही चिराग ने सर्वप्रथम अपने बड़ी मां राजकुमारी देवी से मुलाकात की और फूट-फूट कर रोने लगे। इसी दौरान उसकी बड़ी मां ने भी चिराग पासवान को बेटा कहते हुए अपने हाथों से खीर खिलाई और सिर पर पगड़ी पहनाईं।

चिराग भी भावुक होकर रोने लगे: बता दें कि जैसे ही चिराग अपनी बड़ी मां से मिली। बस मां गले से लिपट कर रोने लगी। चिराग भी भावुक हो गए और अपने बड़े मां के गले पकड़कर फुल फूट कर रोने लगे। इस दौरान मां के हाथों से खीर खाकर चिराग पासवान भी अपने आंसू रोक न सके। फिर बाद में फिर चिराग ने भी अपनी बड़ी मां को खीर खिलाई।

भावुक चिराग ने बड़ी मम्मी से कहा कि पिताजी की मौत के बाद चाचा पशुपति पारस ने मेरे साथ नाइंसाफी की है। इतना सुनते ही राजकुमारी देवी ने चिराग को सीने से लगा लिया और उनका हाथ पकड़ते हुए कहा कि कोई बात नहीं है। सबकुछ ठीक हो जाएगा। हमलोग तुम्हारे साथ हैं। बेटे बिहार की जनता भी तुम्हारे साथ है।