डेस्क : कोरोना काल ने देश दुनिया को बदल कर रख दिया, देश ने एक समय ऐसा भी देखा जब सब कुछ थम सा गया था। पर अब देश धीरे-धीरे फिर से पटरी पर लौटने लगा है। कोरोना महामारी से उपजी संकट के हालात की वजह से लोग एक लंबे अरसे से घर बाहर फंस गये हैं, तो ये ख़बर उनके काम की है उनके लिए अब घर जाना आसान होने वाला है। भारतीय रेलवे ने एक बहुत बड़ी खुशखबरी देते हुए कहा है कि आगामी 15 अक्टूबर से बिहार झारखंड, और बंगाल को 100 नयी ट्रेनों का तोहफा देने जा रहा है।
वैसे तो त्योहारों के मौसम में पहले भी भारतीय रेलवे स्पेशल ट्रेनें चलाता रहा है। खासकर दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ के दौरान झारखंड, बिहार और बंगाल में रहने वाले लोगों के लिए इन त्योहारों में एक अलग ही रौनक सजती है। परिणामस्वरूप इन फेस्टिव सीजन में रेल यात्रियों की संख्या काफी बढ़ जाती है। जिससे रेलवे की कमाई भी अच्छी-खासी हो जाती है। यही वजह है कि लॉकडाउन के दौरान जब त्योहारों का मौसम आया है, तो माल की ढुलाई से बंपर कमाई करने वाला रेलवे अब यात्रियों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाकर लोगों को यात्रा की सहूलियत देने के साथ-साथ अतिरिक्त कमाई का मौका भी देख रहा है।
इसीलिए भारतीय रेलवे ने दुर्गापूजा, दशहरा, दीपावली और छठ पर्व को देखते हुए इन तीन राज्यों को जोड़ने वाली 100 ट्रेनें चलाने का एलान कर दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि ट्रेनों की संख्या जरुरतों के हिसाब से बढ़ भी सकती है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीइओ) वीके यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि त्योहारों के मौसम में भारतीय रेलवे 200 स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है।इनमें से आधी से ज्यादा ट्रेनें बिहार, झारखंड और बंगाल को जोड़ने वाली होंगी।बकौल यादव ने अभी वह अनुमान के आधार पर बता रहे हैं कि 200 ट्रेनें चलेंगी।इसकी संख्या ज्यादा भी हो सकती है।
साथ ही, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन श्री यादव ने जोन के महाप्रबंधकों को निर्देश दिया है कि वे स्थानीय प्रशासन के साथ मीटिंग करें। बातचीत करने के बाद कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करें और अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपें।स्थानीय प्रशासन और रेलवे के जोन महाप्रबंधकों की बैठक के बाद जो रिपोर्ट उनके पास पहुंचेगी, उसके आधार पर ही यह फैसला किया जायेगा कि फेस्टिव सीजन में कितनी स्पेशल ट्रेनें चलानी हैं। श्री यादव ने कहा कि फिलहाल उनका अनुमान है कि करीब 200 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी।उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि अभी यह उनका सिर्फ अनुमान है।स्पेशल ट्रेनों की संख्या और ज्यादा भी हो सकती है।भारतीय रेल कोरोना काल में इतनी ज्यादा ट्रेनों का एक साथ परिचालन शुरू करते समय सभी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल को ध्यान में रखेगा।लोगों की सेहत से किसी तरह का समझौता नहीं किया जायेगा।
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि 25 मार्च, 2020 को लॉकडाउन की घोषणा के बाद से देश भर में यात्री ट्रेनों पर ब्रेक लगा दिया गया था। हालांकि, कुछ ही दिनों बाद जब लोग अपनी जान हथेली पर लेकर पैदल ही अपने घरों की ओर निकलने लगे, टैंकर, कंटेनर और मिक्सर में छिपकर अपने गांव रवाना हो गये, तो सरकार ने लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए सीमित संख्या में स्पेशल ट्रेन शुरू करने की अनुमति दी, ताकि जो लोग मुसीबत में फंसे हैं, वे अपने घर जा सकें। इसके लिए सबसे पहले 1 मई, 2020 को झारखंड के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चली थी। फिर 12 मई, 2020 से दिल्ली को देश के अलग-अलग राज्यों से जोड़ने वाली 15 स्पेशल राजधानी ट्रेनों का संचालन शुरू किया। 1 जून, 2020 से लंबी दूरी की 100 स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत हुई।12 सितंबर, 2020 को भारतीय रेलवे ने 80 अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन शुरू किया।