डेस्क : जिंदगी हर इंसान को उसके जीवन में ऐसी परिस्थितियां जरूर देती है जिससे वह इंसान अपना जीवन सुधार सकें और अपने 4 साल कई और लोगों को भी सही पटरी पर ला सकें, हम सभी के जीवन में कभी न कभी एक बार ऐसी परिस्थिति जरूर आई होगी या फिर आएगी जब हम कुछ ऐसा काम करेंगे जिससे हमारे साथ साथ औरों का भी लाभ छिपा हो
अपने इस आर्टिकल में आज हम एक ऐसी महिला के बारे में आपसे चर्चा करने वाले हैं जिसने अपने जीवन में संघर्षों की बदौलत एक मौका पाया और उस मौके को बनाकर अपने रोजगार का साधन बनाया और उसी मौके से वह कई और लोगों को प्रशिक्षित करके उन लोगों को रोजगार का माध्यम बनाया हम यहां बात कर रहे हैं बिहार से ताल्लुक रखने वाली बलभद्रपुर गांव की पुष्पा झांकी जिन्होंने एक अवसर को रोजगार में बदल दिया और कई लोगों को उससे रोजगार भी दिया पुष्पा झा के पति पेशे से एक टीचर है,
पुष्पा झा की पहचान एक मशरूम का प्रशिक्षण देने वाली महिला के रूप में बन गई है, पुष्पा झा एक शुद्ध ग्रहणी थी किसी ने उनको मशरूम के बारे में कुछ विचार दिए जिसके बाद से उनका रुझान मशरूम की खेती की तरफ झुका इसके बाद उनके पति ने भी उनको खाता प्रोत्साहित किया जिसके बाद से उन्होंने बाकायदा समस्तीपुर विश्वविद्यालय से मशरूम की खेती का प्रशिक्षण भी लिया, तमाम संघर्षों से झूलते हुए आज वह एक अच्छे मुकाम पर इस क्षेत्र में खड़ी है और कई लोगों को रोजगार भी दे रही है