पीएम मोदी की बिहार को सौगात, 294 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात,जानिये क्या हैं मायने

डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ताबड़तोड़ वर्चुअल रैलियां करेंगे। जिसकी शुरुवात आज से हुई। जहां उन्‍होंने सीएम नीतीश की सराहना की।जैसा कि हम सभी जानते हैं निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा अभी नहीं की है, लेकिन सभी दल इसकी तैयारियाें में जुट गए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) की तरह इस बार भी भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के सहारे है। प्रधानमंत्री इस बार भी बीते चुनाव की तरह ही रैलियां करेंगे। इनमें छह तो चुनाव की घोषणा से पहले संपन्‍न होंगी। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज के 294 करोड़ रुपयों की योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम को भी चुनावी सौगात माना जा रहा है।

आज प्रधानमंत्री ने बिहार में मत्स्यपालन, पशुपालन व कृषि विभागों से जुड़ी योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। इस दौरान उन्‍होंने आत्मनिर्भर बिहार के लिए आवाज बुलंद की।वर्चुअल समारोह में प्रधानमंत्री ने बिहार सहित कुल 21 प्रदेशों को 17 सौ करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी। सभी योजनाएं पशुपालन, मत्स्य और डेयरी से संबंधित हैं। हालांकि, उनका फोकस बिहार पर रहा, जहां नवंबर में विधानसभा चुनाव संभावित है। बिहार में उन्‍होंने पशुपालन, मत्स्य और डेयरी से संबंधित 294.53 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खांटी भोजपुरी अंदाज में बिहार के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि रउआ सभे के प्रणाम बा, देसवा खातिर, गांव और व्यवस्था मजबूत करे खातिर, मछली पालन करे खातिर। सैकड़ों करोड़ रुपये की योजना शुभारंभ भईल ह। हमार गांव 21वीं सदी के भारत, आत्मनिर्भर बिहार की ताकत बने। ऊर्जा बने। श्वेत क्रांति यानी दूध उत्पादन, नीली क्रांति यानी मछली उत्पादन और मधु क्रांति खातिर प्रधानमंत्री संपदा योजना बनावल गइल बा। मेरी बात को लिख लीजिए कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन क्षेत्र में भविष्य उज्ज्वल है। इसी के साथ उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले बिहार को सौगात देने का सिलसिला शुरू कर दिया।

आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी राशि का निवेश सरकार पशुपालन, मत्स्य और डेयरी क्षेत्र में कर रही है। देश में पहली बार अलग से मंत्रालय बनाया गया है। लक्ष्य यह भी है कि आने वाले तीन-चार वर्षों में मछली निर्यात को दोगुना किया जाए। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। गो-पालकों और मछली उत्पादकों से बात करने के बाद मुझे नई ऊर्जा मिली है। इससे पूर्व उन्होंने पटना, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनंगज, सीतामढ़ी, समस्तीपुर और बेगूसराय जिले के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा की। सौगातों का यह सिलसिला दिनों के अंतराल के साथ 23 सितंबर तक चलेगा।

आइवीएफ की मदद से एक गाय से कई नस्ल तैयार हो रहे। ई-गोपाला एप एक ऐसा ऑनलाइन डिजिटल माध्यम होगा, जिससे पशुपालकों को उन्नत पशु को चुनने में आसानी होगी। इस एप से किसान पता कर सकेंगे उनके पशु के लिए कहां सस्ता इलाज उपलब्ध होगा। पशु आधार नंबर डालने से उस पशु से संबंधित तमाम जानकारी मिल जाएगी। बिहार कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन से जुड़ी पढ़ाई का अहम केंद्र रहा है। बहुत कम लोगों को पता है कि असली पूसा दिल्ली में नहीं, बल्कि बिहार के समस्तीपुर जिले में है। जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान की ताकत से देश के ग्रामीण जीवन में बड़े बदलाव तय हैं। लीची, आम, मखाना और मधुबनी पेंटिंग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम लोकल के लिए जितना वोकल होंगे, बिहार उतना ही ज्यादा आत्मनिर्भर बनेगा। श्रीविधि धान की खेती, लीज पर जमीन लेकर सब्जी उगाने और सशक्त महिलाओं के बूते बिहार आत्मनिर्भर बन कर उभरेगा। ऐसे उत्साही किसानों के लिए केंद्र सरकार ने विशेष फंड सृजित किया है। आर्थिक मदद आसानी से मिल जाएगी। बहनों को भी आसानी से ऋण मिलेगा। उन्होंने स्वयं सहायता समूह के काम की सराहना की।

बिहार में विकास के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पीठ थपथपाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चार-पांच साल पहले तक सिर्फ दो फीसद घरों के लोगों को स्वच्छ पेयजल मिलता था। वर्तमान में यह आंकड़ा 70 फीसद हो गया है। बिहार के 60 लाख घरों को नल से जल की आपूर्ति सुनिश्चित हुई है। गंगा डॉल्फिन योजना से नीतीश बाबूजी ज्यादा उत्साहित हैं। इससे गंगा स्वच्छता अभियान को बल मिलेगा।

चुनाव प्रचार के लिए पीएम करेंगे करीब 30 रैलियां सभी वर्चुअल होंगीं रैलियां, शामिल रहेंगे सीएम नीतीश। कोरोना संक्रमण के दौर में प्रधानमंत्री का बिहार आकर रैली करना संभव नहीं है, इसलिए ये रैलियां वर्चुअल ही होंगी। इनमें बीजेपी के अलावा राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक दलों के प्रमुख नेताओं की सहभागिता भी रहेगी। बिहार से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार भी जुड़ेंगे।