न्यूज़ डेस्क: बिहार के स्वास्थ्य विभाग की स्थिति काफी दयनीय रही है। आज भी लोगों को इलाज करवाने के लिए किसी अन्य राज्य में जाना पड़ता है। ऐसे में बीते मंगलवार को आईएमए के 96वें राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन करने गए सीएम नीतीश कुमार ने अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने के संबंध में बयान दिया।
सीएम नीतीश ने अपने सम्बोधन में कहा कि आईजीआईएमएस, एनएमसीएच के साथ-साथ भागलपुर, मुजफ्फरपुर और गया के मेडिकल कॉलेज में भी 2500 बेड का हॉस्पिटल बनाया जाएगा। इसके अलावा पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को विकसित करते हुए अंतरराष्ट्रीय लेवल का 5400 से ज्यादा बेड का मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का निर्माण होना है। मालूम हो कि चार साल में तीन फेज में यह पूर्णरूप से बनकर तैयार हो जाएगा।
सीएम नीतीश ने अपने भाषण में कहा कि 24 नवंबर 2005 को हमें बिहार की जनता ने कार्य करने का अवसर दिया। उस वक्त अस्पतालों का क्या स्थिति था ये तो सभी जानते हैं। हालात ऐसी थी कि कई चिकित्साकों को राज्य छोड़कर निकलना पड़ गया था। उस स्थिति में हमारी सरकार ने अपने परिवर्तन लाया है।