बिहार के लोग सरकार को बेच रहे सोलर सिस्टम से तैयार बिजली, हर माह कर रहे हैं 2 लाख की कमाई..

डेस्क : स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में बच्चों को सौर ऊर्जा के बारे में सिर्फ इतना पढ़ा गया है कि सौर ऊर्जा भारत का एक कृत्रिम संसाधन है। जो डेवलपमेंट प्राकृतिक संसाधनों की खपत किए बगैर बिजली बनाने के ऑप्शंस के तौर पर किया गया था। लेकिन वो कहते हैं न जब दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी संभव है।

ठीक इसी कहावत को चरितार्थ करके दिखाया है बिहार के नालंदा जिला के कुछ लोगों ने..जहां एक और ज्यादातर लोग सौर ऊर्जा प्लांट से अनजान हैं तो वही दूसरी तरफ नालंदा जिले मैं अब सौर ऊर्जा को लोगों ने अपने आय के स्रोत के रूप में विकसित कर लिया है । अभी हाल में पूरे देश में जब बिजली सप्लाई बाधित हो रही है तो नालंदा में सरकारी और निजी भवनों पर लगाए गए सौर ऊर्जा प्लांट वहां के लोगों को बड़ी राहत पहुंचा रहा है ।

ताजा आंकड़े के अनुसार तकरीबन 250 सरकारी भवन और 132 निजी मकानों की छतों पर सौर ऊर्जा की प्लांट लगाए गए हैं जिससे प्रतिदिन 2176 यूनिट बिजली तैयार हो रही है । प्रत्येक महीने लगभग 3.91 लाख रुपए की बिजली बिल की बचत वहां के लोगों को हो रही है। अपनी जरूरत पूरा करने के बाद जिले के लगभग 120 लोग ऐसे हैं जो सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन कर महीने के तकरीबन 2 लाख रुपए की बिजली कंपनी को बेच भी रहे हैं । यह सौर ऊर्जा प्लांट सरकार की महत्वकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली , अक्षय ऊर्जा और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत लगाया गए हैं ।

इन सौर ऊर्जा प्लांट को लगाने में 22.59 करोड रुपए की खर्च सरकार द्वारा की गई है । इन प्लांटों से 20 से 25 वर्ष तक बिजली उत्पादित होता रहेगा । इन प्लांटों की देखरेख की जिम्मेवारी 5 वर्ष के लिए ब्रेडा कंपनी को दी गई है। सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन की प्रक्रिया बहुत ही सरल और सहज है । यही कारण है कि लोगों में इसके प्रति रुझान काफी तेजी से बढ़ रहा है और इसका परिणाम भी अब देखने को मिल रहा है । 48 नए उपभोक्ताओं ने नेट लोडिंग कनेक्शन अभी हाल फिलहाल में करवाया है ताकि सौर ऊर्जा प्लांट से बिजली उत्पादित कर विद्युत कंपनी को बेच सकें । जबकि 72 सरकारी भवनों पर लगे सौर ऊर्जा प्लांट से उत्पादित बिजली उपयोग से ज्यादा होने पर विद्युत कंपनी को बेचने के लिए नेट लोडिंग कनेक्शन कराया जा रहा है ।

पारंपरिक प्रक्रिया से बिजली बनाने से बचने को लेकर सरकारी भवनों पर काफी तेजी से सौर ऊर्जा का प्लांट लगाया जा रहा है । सरकार इस वर्ष 293 सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा प्लांट लगाएगी। ब्रेडा के कनीय अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि फिलहाल 250 सौर ऊर्जा प्लांट से बिजली सप्लाई हो रही है और 20 प्लांट और इस महीने के आखिरी तक चालू हो जाएंगे । जिला मुख्यालय, प्रखंड कार्यालय, अनुमंडल कार्यालय, अस्पताल समेत चिन्हित स्कूलों के भवनों के स्ट्रक्चर के अनुसार सौर ऊर्जा प्लांट लगाए गए हैं । आम लोगों की भी प्लांट लगाकर बिजली उत्पादन करने में काफी रुचि बढ़ी है । वह भी बिजली उत्पादन कर उसे बेच रहे हैं।