डेस्क : कृषि बिल को लेकर देश में जगह जगह पर विरोध हो रहा है। इसी सिलसिले में बिहार में भी विपक्ष(महागठबंधन) के दलों ने पटना में किसानों को समर्थन देते हुए महाधरना दिया लेकिन उन पर केस कर दिया गया है। बिना अनुमति covid के समय भीड़ इकट्ठा करने के मामले में।इस पर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को खुली चुनौती देते दी है।
“तेजस्वी का ट्वीट कुछ इस तरह से लिखा है – डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है। दम है तो गिरफ़्तार करो,अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूँगा। किसानों के लिए FIR क्या अगर फाँसी भी देना है तो दे दिजिए।”
मालूम हो कि कृषि बिल के विरोध में गांधी मैदान में गुज़रे शनिवार यानी कि 5 दिसम्बर को महागठबंधन के नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महाधरना दिया था। इस धरने में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित 18 नामजद और 500 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मजिस्ट्रेट श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी राजीव दत्त वर्मा के अनुसार गांधी मैदान थाने में एफआईआर कराई है।
बिना अनुमति लिए कोविड-19 में कहीं भी 100 व्यक्ति से अधिक व्यक्ति इकट्ठा नहीं हो सकते हैं। गांधी मैदान में कोविड के दौरान भीड़ जुटायी गई इस पर महागठबंधन की ओर से सफ़ाई पेश करते हुए कहा गया है कि प्रशासन को शुक्रवार को ही विधिवत रूप से आवेदन देकर गांधी मैदान में गांधीजी की प्रतिमा के सामने धरना देने और संकल्प लेने की अनुमति मांगी गई थी। कार्यकर्ता जब मैदान के अंदर पहुंचे तो उन्हें रोक दिया गया। सभी को मैदान से बाहर कर गेटों पर ताला लगा दिया गया। इसके बाद महागठबंधन के कार्यकर्ता गांधी मैदान के गेट नंबर चार के सामने धरने पर बैठ गए।