न्यूज डेस्क: महामारी के बाद से ही आम इंसान से लेकर सरकार भी ऑक्सीजन को लेकर काफी गंभीर हो गई है। कोरोना काल के सबक का आसार ऐसा है की अब सरकारे शुद्ध प्राकृतिक ऑक्सीजन की तैयारी मे जुटी हुई है। जिससे शहरों हो या गांव सब जगह एक तरह की शुद्ध प्राकृतिक ऑक्सीजन मिल पाए। इसके लिए नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार में पौधरोपण की योजना में जुटी हुई है।
अब राज्य के हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए सभी 18 नगर निगमों के आयुक्तों, 83 नगर परिषद एवं 157 नगर पंचायतों के कार्यपालक पदाधिकारियों को शहरी वानिकीकरण का निर्देश दे दिया गया है। इससे राज्य के सभी नगर निगम क्षेत्रों में कम से कम चार स्थानों पर, नगर परिषद क्षेत्रों में कम से कम दो हजार स्थलों पर और नगर पंचायत क्षेत्रों में कम से कम एक हजार स्थल पर समुचित आकार के उपयुक्त भूमि का चयन कर पौधरोपण किया जाएगा ।
18 नगर निगमों में न्यूनतम 72, 83 नगर परिषदों में न्यूनतम 166 और 157 नगर पंचायतों में न्यूनतम 157 हरित क्षेत्रों का निर्माण किया जाएगा। इस प्रकार राज्य के शहरी क्षेत्रों में कम से कम 395 हरित क्षेत्रों का निर्माण किया जा रहा है। इस पौधरोपण कार्य में मियावाकी नाम की तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है । यह एक जापानी वनीकरण विधि है। इसमें पौधों को कम दूरी पर लगाया जाता है। जिससे पौधे सूर्य का प्रकाश प्राप्त कर बढ़ते रहते हैं। इस विधि से सीमित संसाधनों में पौधारोपण कर तीव्रता से हरियाली बढ़ाई जा सकती है। और अब इस विधि का इस्तेमाल बिहार के जिले , गांव , शहर हर जगह उपयोग किया जाएगा।