कभी लाठी नहीं खाई इसलिए करते हैं कैजुअल पॉलिटिक्स तेजस्वी , 24×7 नेता के गुण नहीं हैं तेजस्वी में JDU का करारा तंज

डेस्क : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejaswi yadav) का भारत बंद के दौरान दिल्ली में रहना, सत्ता पक्ष के लिए सुनहरा अवसर साबित हो रहा है अब उन्हें हर तरफ से सत्ता पक्ष घेरने कि तैयारी में जुट गया है, जिससे सूबे की सियासत गरमा गई है। खास तौर पर महागठबंधन में शामिल दल इस मुद्दे पर बैकफुट पर नजर आ रहे हैं, तो एनडीए (NDA) खेमा लगातार फ्रंटफुट पर बैटिंग कर रहा है।भाजपा से सुशील कुमार मोदी (Sushil kumar modi) ने जहां तेजस्वी को इस मसले पर घेरा तो अब जेडीयू (JDU) कुछ ज्यादा ही हमलावर हो गई है।

JDU ने जहां इस मसले को लेकर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को पत्र लिखकर तेजस्वी के गायब रहने पर स्पष्टीकरण पूछा है तो वहीं केसी त्यागी (KC Tyagi) ने कहा है कि तेजस्वी राजनीति को कैजुअल तरीके से लेते हैं।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 24×7 नेता नहीं हैं। वे धरना प्रदर्शन कर और लाठी खाकर नेता नहीं बने हैं. कैजुअल तरीके से वे राजनीति करते हैं। यह उसी राजनीति का हिस्सा है।

गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया था कि वह 8 दिसंबर को भारत बंद के दौरान शांतिपूर्ण तरीके से सड़कों पर उतरें और किसान विरोधी कानून का विरोध करें। आरजेडी का दावा था कि उनके कार्यकर्ता शहर से लेकर गांव तक शांतिपूर्ण तरीके से मार्च करेंगे। आठ दिसंबर का पूरा दिन बीत गया, लेकिन तेजस्वी यादव कहीं नजर नहीं आए।इस पर सुशील मोदी ने तंज कसते हुए कहा, ‘भारत बंद का आह्वान करके नेता प्रतिपक्ष खुद दिल्ली चले गए ठीक वैसे ही जैसे राहुल गांधी को जैसे मौका मिलता है वो विदेश चले जाते हैं। उन्होंने कटाक्ष भरे अंदाज में कहा कि तेजस्वी भी अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का अनुकरण कर रहे हैं।

वही JDU नेता ने लालू यादव को पत्र में लिखा है, ‘तेजस्वी यादव ने बीते 5 दिसंबर को गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष किसानों का साथ देने की शपथ ली थी। कहा था कि 8 दिसंबर को वह भी मौजूद रहेंगे, पर वे कहां लापता हैं, कहां विलुप्त हैं यह स्पष्ट करिये। साथ ही आपको यह भी स्पष्ट करना पड़ेगा कि क्या माननीय तेजस्वी यादव राजनीतिक आपदा हैं कि बाढ़ हो या फिर कोरोना, वह लुप्त पाए जाते हैं।’