बिहार में सोना-निकेल व कोयला का होगा खनन, इन जिलों में मिला गुमनाम खजाना.. जानिए डिटेल में..

न्यूज़ डेस्क : बिहार आर्थिक दृष्टिकोण से काफी मजबूत होने वाला है। राज्य में साक्षात कुबेर मिलने की आशंका जताई गई है। दरअसल, खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने बताया कि बिहार के जमुई में सोना के खजाने का पता चला है। इस खजाने में भारत का 44 फीसदी सोना होने की संभावना जताई जा रही है।

इतना ही नहीं कई जिलों के पोटाश, लौह निकल, क्रोमियम और बॉक्साइट से बिहार में एक बार फिर समृद्धि कहलायेगा। इसके साथ ही खनन पट्टों की नीलामी से पहले विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए सीएमपीडीआई-रांची, आईआईटी-आईएसएम-धनबाद और एमईसीएल नागपुर से प्रस्ताव मांगे गए हैं। बता दे की यह घोषणा बीते शनिवार को विधान परिषद में जनक राम द्वारा की गई।

उन्होंने सदन को सूचित करते हुवे कहा कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण मिली जानकारी के आधार पर रोहतास जिले के नौहट्टा-नवाडीह में पोटाश खनिज के भंडार पाए गए हैं। इसी प्रकार निकेल, क्रोमियम और प्लैटिनम गया जिले के इमामगंज प्रखंड में मिला है। वहीं, जमुई के मंजोस गांव में मेग्नेटाइट खनिज पाने की सूचना मिली है। महत्वपूर्ण बात यह है कि कैमूर जिले में हीरे के पत्थर, जमुई में लौह खनिज और रोहतास में चूना पत्थर खनिज का अन्वेषण कार्य प्रगति पर है।

सारी जानकारी देने के बाद मंत्री के प्रस्ताव पर सदन ने 49 करोड़ रुपये के बजट को पारित कर दिया। जनक राम ने बजट पारित होने से पूर्व विभाग की कई उपलब्धियां को याद किया। बजट। पर हुए बहस में कुमुद वर्मा, घनश्याम ठाकुर, सत्तारूढ़ दल के राजेंद्र गुप्ता और विपक्ष से रामचंद्र पूर्वे शामिल रहे।