डेस्क: बिहार सरकार की लगातार प्रयास किए जाने के बाद भी बिहार में शराब के कारोबार पर नियंत्रण नहीं हो सका है। आए दिन कहीं न कहीं से शराब पीने या कारोबार करने वालों की बात सामने आ ही जाती है। सरकार अपनी ओर से काफ़ी फूकफूक कर क़दम रख रही है। बावजूद इसके मामले में कमी नहीं दिखी जा रही। एक के बाद एक नया तरीका शराब माफिया ख़ोज ही लेते हैं और शराब का निर्माण कर अपना धंधा जारी रखते हैं। अभी एक ऐसा ही मामला आया है बिहार के पूर्णिया जिले से, जहां एक व्यक्ति अपने ही घर में नक़ली शराब बनाता था।
दरअसल, यह व्यक्ति एक टैबलेट के जरिए नक़ली शराब बनाता था जो म्यांमार से मंगवाया जा रहा था। यह बनाई गई शराब बिलकुल देसी शराब और ताड़ी के रंग की होती थी, जिसे वह लोगों से बेचता था। इस शराब का सेवन करने के बाद एक अलग ही तरह का नशा लोगों में होता था। आपको बता दें कि इस शराब को पीने से बिहार में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है।
मंगलवार को पुलिस ने इस शख्स को छापेमारी कर हिरासत में ले लिया। दरअसल, पटना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पूर्णिया ज़िला निवासी समीतुल्ला एक शराब कारोबारी है। वह शराब बनाने के लिए पड़ोसी देश म्यांमार से एक ख़ास टैबलेट मंगवाता है और फिर उसमें सस्ती क्वॉलिटी की स्प्रिट एवम् बाकी चीज़े मिलाकर वह शराब बनाता है।
बात करे इस टैबलेट की तो इसे बिहार में बैन किया गया है, क्योंकि यह नशे की श्रेणी में आता है। पुलिस ने जानकारी प्राप्त कर पूर्णिया उत्पाद विभाग से सम्पर्क किया। फिर मंगलवार को बायसी थाना इलाके के दालकोला स्थित पूर्णिया मोड़ से उस शराब माफिया को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, इस धंधे को चलाने में समीतुल्ला के पड़ोसी और भाई बंधु भी भागीदार हैं। यहां एक टैबलेट से कई लीटर शराब बनाया जा रहा था और इससे काफ़ी पैसे भी कमाए जा रहे थे। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस काम में समीतुल्ला को स्थानीय प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक़, पूर्णिया में हुई कई मौत का कारण भी यही शराब है। अब तक इस शराब कारोबारी के पकड़ में नहीं आने का यही कारण था कि इससे अधिक मौत नहीं हुई थी। बता दें कि इस शख्स को पटना पुलिस के अलावा दरभंगा पुलिस भी ढूंढ रही थी और अब दोनों ही अपने साथ ले जाने की कोशिश में लगी है। आरोपी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान के बाद से उसका धंधा काफ़ी चल रहा है। सीमांचल के शराब माफिया कलाम के ज़रिए काम करता है। उसने यह भी बताया कि बिहार और बंगाल बॉर्डर के आस पास दालकोला चेक पोस्ट पर कई सारे शराब के तस्कर है जो बिहार में संपर्क स्थापित कर सप्लाई करने का काम करते हैं।
उसने कहा कि टैबलेट से शराब बनाने का आइडिया भी बंगाल के तस्करों ने ही दिया। उसने बंगाल के कई सारे शराब माफियाओं का नाम भी पुलिस को बताया है। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से तफ़्तीश कर कार्रवाई करने में जुटी है।