डेस्क : सरकार नए साल का बेहतरीन तोहफा देने जा रही है। राज्य के इन सात मुख्य एनएच पर काम शुरू हो गया है। इन सातों एनएच के चालू हो जाने से पटना सहित राज्य के अन्य हिस्सों में आम लोगों के लिए आवागमन सुगम हो सकेगा। साथ ही साथ राज्य्वासियों को जाम से भी निजात मिलेगा और राज्य के सुदूर इलाके से पटना महज पांच घंटे के अंदर पहुंचना संभव होगा। इसके अलावा राज्य की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक उन्नति होगी। इन सात एनएच के अलावा करीब 50 किमी की लंबाई में करीब 574 करोड़ रुपये से पटना-बख्तियारपुर फोरलेन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है।
हालाँकि, इसकी तय समय सीमा दिसंबर, 2020 थी। किन्तु कुछ जगहों पर पीचिंग का काम बचा, जिसे पूरा किया जा रहा है। मालूम हो कि यह एनएच-30 का हिस्सा है। एनएचएआइ के मुताबिक सभी सात मुख्य एनएच परियोजनाओं का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इनमें शामिल एनएच-31 पर बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन सड़क का काम करीब 44 किमी की लंबाई में करीब 637 करोड़ रुपये से दिसंबर, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है।चूँकि इसके निर्माण में कुछ समस्याएं थीं, जिन्हें सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
एनएच-527सी पेव्ड शोल्डर सहित मझौली-चरौत सड़क को करीब 63 किमी की लंबाई में 537 करोड़ रुपये से नवंबर, 2021 तक तैयार करने का लक्ष्य है। एनएच-57ए पर फारबिसगंज-जोगबनी फोरलेन सड़क का निर्माण करीब नौ किमी की लंबाई में करीब 247 करोड़ रुपये से मार्च , 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके साथ ही एनएच-107 पर पेव्ड शोल्डर सहित दो लेन महेशखूंट-सहरसा-पूर्णिया पैकेज-एक और दो का निर्माण कुल करीब 178 किमी की लंबाई में करीब 1380 करोड़ रुपये से अक्तूबर, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इससे बनने से सीधे तौर पर भागलपुर, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया जिलों के लोगों को लाभ होगा।वहीं, एनएच-31 पर ही सिमरिया-खगड़िया फोरलेन सड़क का काम करीब 60 किमी की लंबाई में करीब 567 करोड़ रुपये से जून, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है।इन फोरलेन के बनने से पटना से खगड़िया तक आने-जाने के लिए बेहतर सड़क उपलब्ध हो सकेगी।
दरअसल, यहाँ पर भूमि अधिग्रहण कि समस्या थी। जिसके कारण एनएच-82 पर पेव्ड शोल्डर सहित दो लेन बिहारशरीफ-बरबीघा-मोकामा सड़क को करीब 54 किमी की लंबाई में करीब 297 करोड़ रुपये से दिसंबर, 2020 तक तैयार करने का लक्ष्य था, लेकिन इसका निर्माण समय पर पूरा नहीं हो सका।अधिग्रहण की समस्या के कारण विलंब हो रहा है। वहीं, एनएच-77 पेव्ड शोल्डर सहित दो लेन 82 किमी लंबी मुजफ्फरपुर-सोनवर्षा सड़क को 512 करोड़ रुपये से दिसंबर, 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य था. इसके निर्माण में भी जमीन अधिग्रहण के कारण विलंब है।