ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में होगी मुश्किल अब ड्राइविंग टेस्ट पास करने के लिए करना होगा ये काम

डेस्क : सूबे में ड्राइविंग लाइसेंस को हासिल करने के लिए प्रक्रिया को आसान बनाया गया था जिसमें आरटीओ का जितना भी काम है, उसको ऑनलाइन किया गया था, जब से आरटीओ का काम ऑनलाइन हुआ है तब से लोगों को काफी ज्यादा सुविधा हुई है, लेकिन आप इसके नियमों और शर्तों में बदलाव देखने वाले हैं। अब यह अनुमान लगाया गया है कि आने वाले समय में ड्राइविंग लाइसेंस को हासिल करना और मुश्किल हो जाएगा।

केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि लोकसभा में नए कानून लाए गए हैं, जिनकी तर्ज पर लिखित में जवाब दिया गया है और कहा है कि अब ड्राइविंग टेस्ट पास करने के लिए कुछ खास स्किल्स आनी चाहिए। अगर वह स्किल्स नहीं है तो DL नहीं बन पाएगा। ऐसे में वाहन को रिवर्स करने का उचित ढंग और सही तरीका पता होना चाहिए। वाहन को वहीं चला कर दिखाना अनिवार्य होगा। अगर उसको ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करना है तो क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट ऑफिस में कम से कम 70% अंक भी लाना होगा। अगर, इससे कम अंक आते है तो आवेदक को फेल करार किया जाएगा और उसको लाइसेंस नहीं मिलेगा। अभी तक की सारी स्किल्स जाँची जाएंगी, जिसमें दाएं -बाएं, रिवर्स करना यू टर्न लेना, सिग्नल देना और अन्य चीजें जाँची जाएगा।

सभी आवेदकों को ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर एलईडी स्क्रीन के जरिए टेस्ट का डेमो दिखाया जाएगा और अगर आप वह वीडियो देखना चाहते हैं तो उसके लिए पहले से ही अपॉइंटमेंट बुक करनी होगी। इसके लिए डेमो वीडियो का लिंक आवेदक को भेज दिया जाएगा। इस काम में पारदर्शिता लाने के लिए शुक्रवार को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक एडवाइजरी भी जारी की है, जिसमें ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीकरण प्रमाण पत्र के लिए दस्तावेजों की वैधता को बढ़ा दिया है।