प्रवासी कामगारों से अवैध किराया वसूली की जांच कर दोषियों को दंड दे सराकर : ललन

पटना : इस वक्त कोरोना महामारी के बीच देश के अंदर सियासी हलचल तेज हो गयी है, इस बीच मजदूरों के सुधि लेने बाली सरकार महज घोषणा करके अपना फर्ज निपटा रही है, लेकिन उनकी दिक्कतों को दूर करने का कारगर और प्रभावी तरीका अभी तक नदारत है, रविवार को प्रेस बयान जारी करते हुए बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने केरल व बेंगलुरु से पहुंचीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के यात्रियों से अवैध किराया वसूली की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग सरकार से की है, ललन ने कहा कि विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारी मजदूरों को लाने के लिए चलायी गयीं.

श्रमिक स्पेशल ट्रेन से सफर करने वाले श्रमिकों को नि:शुल्क टिकट मुहैया कराने की व्यवस्था की गयी है. इन श्रमिकों का किराया रेलवे व राज्य सरकार दे रही है.उन्होंने कहा कि इसके बावजूद केरल व बेंगलुरु से पहुंचीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के श्रमिक यात्रियों से किराया वसूल किया गया है. दोनों राज्यों के स्थानीय प्रशासन की ओर से इन श्रमिकों से किराये के नाम पर 45.60 लाख रुपये वसूले गये हैं. ललन ने कहा कि बेंगलुरु से दानापुर दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनें पहुंचीं.

इन दोनों ट्रेनों से 2345 श्रमिक पहुंचे, जिन्हें बेंगलुरु में बैठने से पहले स्थानीय थाना बुला कर प्रत्येक श्रमिक को 910 रुपये का रेलवे टिकट दिया गया और इसके बदले 1050 रुपये वसूले गये. यानी दोनों ट्रेनों के श्रमिकों से 24.62 लाख रुपये वसूल किये गये. उन्होंने कहा कि केरल के एर्णाकुलम व तिरूर से भी आयी श्रमिक स्पेशल ट्रेन के 2310 श्रमिकों से स्थानीय प्रशासन की ओर से रेलवे टिकट के बदले 910 रुपये वसूल किये गये. केरल से पहुंचे इन श्रमिकों से केरल प्रशासन ने 21.02 लाख रुपये वसूले हैं.