कोरोना संकट में केंद्र और राज्य सरकार गरीब जनता के साथ फुटबॉल की तरह कर रही बर्ताव-ललित सिंह

पटना : कोरोना जंग से हुए डेमेज को कंट्रोल करने की कवायदों के बीच हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा किसान मजदूरों के लिये आर्थिक पैकेज की घोषणा कर बहुत ही सराहनीय कार्य किया है, यह पैकेज किसानों को कैसे मिलेगा इसपर केंद्र सरकार को दिशा निर्देश स्पष्ट करना चाहिए। ये बाते वंचित समाज पार्टी के चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन ललित सिंह ने कही उन्होंने ने कहा कि किसानों के फसल पर दाम, महिलाओ की समूह जो पापर बनाने मे लगी हुई है उनको कैसे उपलब्ध कराई जाएगी, क्योंकि किसानो तक पैसा पहुंचने मे महीनो लग जायेगा बिहार के लाखो प्रवासी मजदूर पैदल आ रहे है भूखे मर रहे है उनको खाना खिलाने मे सरकार आनाकानी कर रही है केंद्र और राज्य सरकार मिल कर आम जनता को फुटबॉल की तरह खेलने का आरोप लगाया है।

इसमें केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान एवं बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी के बीच वाकयुद्ध जारी है यह केवल जनता को भटकाया जा रहा है । जनता सब समझ रही है केंद्र व राज्य सरकार की मनसा को । ज़ब राज्य मे 90हजार लीटर शराब चूहा पी जाती है तो गरीबो की अनाज को कैसे छोड़ेगी । लोग पैदल चल कर लाखो प्रवासी मजदूर आ रहे है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठ कर भाषण दे रहे है। आप लोग पैदल न चले राज्य सरकार ने बिहार आपदा प्रबंधन बिभाग मे ऐसे व्यक्ति के हाथो मे सौपा है कि उसे आम जान से क्या मतलब । उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि माइक्रॉलेबल पर अनाज एवं पैसे का वितरण पारदर्शिता के साथ करे किसानो के फसल 48.72 घंटे खरीद कर उचित मूल्य उपलब्ध कराये तभी समस्या का समाधान होगा।