न्यूज डेस्क : बिहार में आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सारी तैयारियों पर बाढ़ ने ब्रेक लगा दी है। ऐसे में राज्य निर्वाचन आयोग 15 अगस्त के बाद ही अब पंचायत चुनाव की डुगडुगी बजाने की तैयारी कर रहा है। इसके पीछे वजह यह है कि उत्तर बिहार के करीब आठ-नौ जिले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं।
इस वजह से तमाम तैयारियां प्रभावित हुई है। बता दे की इस बार पंचायत चुनाव के दौरान सभी छह पदों के उम्मीदवारों द्वारा रैली व जनसभा का आयोजन निर्धारित स्थल पर ही होगा। कोई भी उम्मीदवार अपने मन से जहां तहां जनसभा या रैली नहीं कर सकेंगे। आयोग ने उम्मीदवारों द्वारा आयोजित की जाने वाली रैली व जनसभा को लेकर स्पष्ट निर्देश दिया है कि वह निर्धारित स्थानों पर ही आयोजित किए जाएंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए आयोग ने यह निर्णय लिया है।
चुनाव के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाएगा: बता दे की राज निर्वाचन आयोग सभी जिलों के डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को पंचायत चुनाव के दौरान रैली व सभा के लिए पहले ही सभा स्थल को चिन्हित करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन सभी स्थल पर प्रवेश व निकास के बिंदु स्पष्ट रूप से निर्धारित हो। ऐसे चिन्हित स्थलों पर कोविड-19 का प्रोटोकॉल पालन करते हुए सामाजिक दूरी के निर्धारित मानकों को चिन्हित किया जाएगा।
इसके लिए स्थानीय प्रशासन को कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। आयोग ने रैली व जनसभा के आयोजनों को लेकर जिला स्तरीय स्वास्थ्य पदाधिकारी की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाए। जो कोविड 19 संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराएंगे। सभा के दौरान जिला स्तरीय पदाधिकारी नजर रखेंगे।