बाढ़ प्रभावित शिविर में जन्म लेने वाले शिशुओं के लिए सरकार ने खोला पिटारा, बेटा हुआ तो 10 हज़ार और बेटी हुई तो इतने रुपये देगी सरकार

न्यूज डेस्क : अभी बिहार के लगभग 16 जिला बाढ़ की चपेट में है। जिसमें से 33 लाख आबादी प्रभावित हो चूके है। वहीं, अब तक 16 लोगों की मौत होने की पुष्टि भी हो गयी है। इसी बीच राज्य सरकार ने बाढ़ पीड़ित महिलाओं को थोड़ी सहूलियत के लिए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। बता दे की यह राशि उन लोगों को दी जाएगी। जिन लोगो का घर बाढ़ की चपेट में आने डूब गया है, और वह किसी दूसरे जगह पर राहत शिविर लगाकर रहने पर विवश हो रहे हैं। उन्ही सब में से अगर कोई महिला गर्भवती है। तो राज्य सरकार उन्हें अनुदान के रूप में बेटा (Boy) होने पर 10 हजार रुपये और बेटी (Girl) होने पर 15 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस बात की घोषणा सीएम नीतीश कुमार ने की।

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार के खजाने पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है। इसलिए राज्य सरकार की तरफ से बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। बता दें कि मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने बिहार के भागलपुर, खगड़िया, बेगूसराय के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ राहत शिविर का पूरा प्रबंधन ठीक रखें। उन्होंने कहा कि हवाई सर्वेक्षण के क्रम में हमने देखा है कि काफी संख्या में लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसलिए जरूरत के मुताबिक राहत शिविरों की संख्या बढ़ाएं, ताकि प्रभावित लोगों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।

सीएम नीतीश ने कहा कि बाढ़ राहत शिविरों में लोगों की संख्या भी सीमित रखें ताकि लोगों को रहने में कोई असुविधा न हो। आगे उन्होंने कहा कि विगत वर्ष 2016 में भी गंगा नदी का जलस्तर काफी बढ़ा था। इस बार गंगा का जलस्तर वर्ष 2016 की तुलना में कम है। वैसे तो हर साल बाढ़ आती है, लेकिन इस बार गंगा नदी का जलस्तर ज्यादा बढ़ गया है। कई जगहों पर काफी लोग प्रभावित हुए हैं, उनको राहत मिले इसके लिए सभी इंतजाम किये जा रहे हैं।