हार कर जीतने वाले CM नीतीश को कितना जानते हैं? कभी टाई के चलते 8वीं में नहीं हुआ था एडमिशन..पढ़ें Story

डेस्क : CM नीतीश कुमार का नाम बिहार ही नहीं.. बल्कि देश के सबसे बड़े नेताओं में आता है। नीतीश कुमार छह बार बिहार के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। वह साल 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर काबिज है। एनडीए (NDA) में होने के बावजूद नीतीश कुमार की छवि एक धर्मनिरपेक्ष नेता की रही है।

यही कारण है कि उनकी मान्यता सभी पार्टियों में हैं। सभी पार्टियों के नेताओं के साथ उनके अच्छे संबंध है। बिहार की तरक्की में नीतीश कुमार का बड़ा योगदान है। नीतीश कुमार के समर्थक उन्हें सुशासन बाबू के नाम से भी जानते हैं। ऐसे में हाल में बिहार में कामकाज के चलते विपक्षी दलों समेत बीजेपी ने भी बिहार में नौकरशाही का आरोप लगाया है। इसको लेकर बीजेपी के कई बड़े और दिग्गज नेताओं ने अपना अपना बयान दिया हैं।

लेकिन, बिहार में नौकरशाही का सिलसिला आज का नया नहीं है। बहुत कम लोग जानते हैं कि सीएम नीतीश कुमार भी खुद नौकरशाही के शिकार हो चुके हैं। नीतीश कुमार के पास टाई नहीं थी, इसलिए उन्हें पटना के एक स्कूल में दाखिला तक नहीं मिला था। CM नीतीश कुमार को पढ़ाने वाले शिक्षक इंद्रसन प्रसाद सिंह जों आज करीब 90 साल के है वह बताते हैं कि “बात उस समय की है जब नीतीश कुमार सातवीं कक्षा पास कर चुके थे। नीतीश कुमार पढ़ने में काफ़ी तेज थे। सातवीं कक्षा में अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण।

उनके पिता वैद्य ने उन शिक्षकों को बुलाया जो उनके करीबी दोस्त थे और कहा कि वह पटना के बड़े स्कूल में अपना प्रवेश लेना चाहते हैं। तब शिक्षक इंद्रसन प्रसाद सिंह नीतीश कुमार के साथ पटना के कॉलेजिएट हाई स्कूल पहुंचे। इंद्रासन प्रसाद सिंह उस समय बख्तियारपुर के गणेश दत्त हाई स्कूल में हिंदी और अर्थशास्त्र के शिक्षक थे। पटना कॉलेजिएट में एडमिशन के लिए नीतीश कुमार ने टेस्ट दिया। वह परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। लेकिन बावजूद भी उनका एडमिशन नहीं हो सका। और दूसरे स्थान पर रहने वाले छात्र ने अपना एडमिशन करा लिया क्योंकि वह किसी वरिष्ठ अधिकारी का पुत्र होगा।

इंद्रासन प्रसाद सिंह ने पूछा कि नीतीश को पहला स्थान मिला है तब भी दूसरे व्यक्ति को प्रवेश क्यों मिला? तब वहां के शिक्षक ने नीतीश कुमार के बारे में बताया कि यह लड़का टाई पहनकर नहीं आया है, इसलिए प्रवेश नहीं दिया। शिक्षक इंद्रसन प्रसाद सिंह का कहना है कि उस समय उनके मुंह से निकला था कि आज टाई होने के कारण प्रवेश नहीं हो पाया। एक समय आएगा जब टाई पहनने वाले कितने ही लोग इसके पीछे होंगे और देखें आज वह दिन आ गया है। नीतीश कुमार के शिक्षकों का कहना है कि अब नीतीश के पास सिर्फ प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का पद बचा है. उन्होंने यह भी आशीर्वाद दिया कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति एक दिन जरुर बनें।