बिहार में आकाशीय बिजली गिरने से 7 लोगों की गई जान, अगले 72 घंटों में भारी बारिश व वज्रपात का अलर्ट!

न्यूज़ डेस्क : बिहार में मानसून का मिजाज धीरे-धीरे बदलता जा रहा है। बता दें कि विगत 2 दिनों से विभिन्न जिलों में बारिश नहीं होने से क्षेत्रों में भारी गर्मी व उमस की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। लेकिन, वातावरण में काफी नमी होने की वजह से पिछले 24 घंटो से कई जिलों में वज्रपात के साथ बारिश (Rain) की स्थिति बनी है।

शुक्रवार की देर रात मानसून के प्रभाव से विभिन्न जिलों में जोरदार बारिश के साथ साथ वज्रपात गिरने की भी आशंका जताई गई है। बिहार आपदा प्रबंधन के मुताबिक राज्य में ठनका गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई। मृतक नवादा के दो जबकि गोपालगंज, सारण, सीवान, गया और रोहतास में एक-एक की हुई। बता दें कि राज्य सरकार प्रावधानों के मुताबिक सभी मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से चार-चार लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान दिया जाता है।

इन जिलों के लिए अगले 72 घंटों का अलर्ट! पटना मौसम विभाग के अनुसार झारखण्ड के आसपास बने चक्रवाती परिसंचरण को लेकर बिहार में भी 72 घंटों तक बारिश के आसार हैं। बता दें कि पिछले 24 घन्टे में दक्षिणी बिहार में बारिश की तीव्रता देखी गई। वहीं मौसम विभाग ने उत्तर पूर्वी बिहार के लिए अब पूरी तरह से अलर्ट जारी किया है। जिन जिलों में खासकर अलर्ट है उसमें बेगूसराय, पूर्णिया, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, सहरसा, किशनगंज समेत सीमांचल और पूरे कोसी के इलाकों में बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि सक्रिय मानसून नहीं होने की वजह से राज्य के सभी 38 जिलों में बारिश की संभावना नहीं है. कई जिलों में टुकड़ों में बादल बन रहे हैं जो नमी को पाकर वज्रपात के हालात पैदा कर रहे हैं।

पिछले 24 घंटे में यहां हुई सर्वाधिक बारिश: IMD पटना के मुताबिक सबसे ज्यादा बारिश वाल्मीकिनगर में 80 मिमी रिकॉर्ड की गई है. जबकि चेनारी में 70 मिमी, वीरपुर में 60, इंद्रपुरी में 50, बगहा,चांद और भीमनगर में 40 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। हालाकि हवा की रफ्तार की बात करें तो 20 से 30 और 30 से 40 किमी प्रतिघन्टे की रफ्तार से हवा चल रही थी।

भारी बारिश हुआ वज्रपात के दौरान सावधानी बरतें : मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में भारी बारिश व ठनका के दौरान खुले में रहना काफी खतरनाक साबित हो सकता है। विज्ञानियों ने उत्तरी बिहार के लिए येलो एवं औरेंज अलर्ट जारी कर दिया है, यानी उतरी बिहार के लोगों को मौसम को लेकर फिलहाल काफी सावधान रहने की जरूरत है। खासकर तेज आंधी और बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर छिपना बहुत जरूरी है। मेघ गर्जन के दौरान खुले में रहना स्वास्थ्य के लिए नुकसान दायक साबित हो सकता है।