क्या संजय कुमार के ट्रांसफर के बाद अस्वस्थ हो गया है स्वास्थ्य विभाग

डेस्क : नीतीश सरकार ने कोरोना कहर के बीच स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव रहे संजय कुमार का ट्रांसफर कर दिया ।लोग सवाल उठा रहे कि नीतीश सरकार पर ऐसी क्या विपदा आन पड़ी कि उनका इस तरह से ट्रांसफर कर दिया गया। अचानक इस तरह से तबादला कर देना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। आईएएस संजय कुमार के जाने के बाद करीब 20 घंटे से बिहारवासियों को कोरोना से जुड़ी कोई अपडेट नहीं मिली है। बुधवार शाम को राज्य स्वास्थ्य समिति की तरफ से हर दिन शाम में जारी किया जाने वाला अपडेट ही सिर्फ जारी किया गया है।

बता दें कि बुधवार को भी बिहार में कई कोरोना के मरीज मिले हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कल से अब तक कुल 90 कोरोना मरीजों के साथ आकड़ा 1764 पहुंच गया है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई पुष्टि न होने से लोगों में कंफ्यूजन की स्थिति है। हर दिन सुबह 10 बजे का अपडेट जो 11 बजे स्वास्थ्य प्रधान सचिव जारी करते थे वो भी अभी तक किसी ने नहीं किया है। इस तरह कोरोना को लेकर लोगों में कंफ्यूजन पैदा हो गया है।

लोग सोशल मीडिया के माध्यम से नीतीश सरकार से ये पूछ रहे हैं कि क्या कोरोना अपडेट्स की जानकारी पब्लिक डोमेन में करना संजय कुमार को भारी पड़ गया? बिहार के लोग ये भी कह रहे हैं कि संजय कुमार के जाने से मिलने वाली कोरोना अपडेट्स भी चली गई है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव रहे संजय कुमार का ट्रांसफर सो चुके पर्यटन विभाग में कर दिया गया है।

जहाँ कोरोना काल में बिहार सरकार का ज्यादातर विभाग शोसल मीडिया पर एक्टिव कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर तमाम प्रकार की कमेंट और पोस्ट किये जा रहे हैं कि शोसल मीडिया पर फौरन अपडेट देने के वजह से ही संजय कुमार का ट्रांसफर किया गया है ताकि, सही आंकड़ा आम जनता तक जल्दी ना पहुंच पाए ।