न्यूज डेस्क : बिहार में कोरोना की तीसरी लहरों को देखते हुए बिहार सरकार पूरी तरह से अलर्ट होती दिख रही है। बरहाल, है कि बिहार में कोरोना की पहली लहर का कुछ खास असर नहीं दिखा। परंतु, दूसरी लहर ने पूरी तरह से तबाही मचा दिया। चारों चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। कोई लोग एंबुलेंस के लिए मर रहे थे.. तो कोई ऑक्सीजन के लिए.. लेकिन हाल ही में सरकार ने राज्यसभा में एक रिपोर्ट पेश करते हुए बताया था कि बिहार में ऑक्सीजन से एक भी मरीजों की मौत नहीं हुई।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा – गुरुवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर के प्रकोप से निपटने के लिए राज्य भर में कुल 28,594 बिस्तर तैयार हैं। बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पेश स्वास्थ्य विभाग के 3673 करोड़ 99 लाख 40 हजार रूपये के प्रथम अनुपूरक बजटीय मांग पर चर्चा के बाद सरकार की ओर से जवाब देते हुए पांडेय ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार 1600 स्वास्थ्य केंद्र जिसमें 40 शिशु आईसीयू भी शामिल हैं, अगले 15 महीनों में स्थापित करेगी।
राज्यभर में 122 ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं: आगे उन्होंने बताया कोरोना महामारी की तीसरी लहर के संभावित प्रकोप से निपटने के लिए राज्य भर में कुल 28,594 बिस्तर तैयार हैं। तथा राज्य के अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 122 ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं। ये ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र 15 अगस्त से काम करना शुरू कर देंगे।