न्यूज़ डेस्क: किसानों को खेती करने के लिए के समय-समय पर के तहर अनुदान मिलते रहते हैं। इसके साथ उन्हें ही कृषि वैज्ञानिकों को द्वारा उचित मार्गदर्शन भी दिए जाते हैं। इसी कड़ी में बिहार के कुछ क्षेत्रों के किसानों से पोस्टिक गुणों के परिपूर्ण सहजन की खेती करने को प्रोत्साहन किया जाएगा। औषिधि का काम करने वाले सहजन के पत्ते का पाउडर बनाकर विदेशों में भेजा जाएगा। हरी सब्जी प्रसंस्करण और विपणन संघ सहजन के पत्तों को प्रोसेस कर पाउडर बनाएगी। सहजन की खेती 100 एकड़ जमीन में करवाई जाएगी।
बिहार के कुछ चुनिंदा जिलों में इसकी खेती होगी। वहीं संघ के अध्यक्ष मनोज मेहता ने कहा बिहार के पटना, नालंदा, समस्तीपुर सहित वैशाली जिले में सहजन खेती कराई जानी है। मालूम हो कि किसानों एक एकड़ खेती पर 50 हजार रुपये का अनुदान राशि किसानों को दी जाएगी। बता दें कि सहजन के पत्ते से पाउडर खरीदने हेतु एक कंपनी से समझौता (memorandum of understanding) किया जाना है। MOU होने के साथ ही सहजन के पत्ते का पाउडर विदेशों में निर्यात किया कयेगा।
मालूम, हो कि विदेशों में खास कर यूरोपियन देशों में इस पाउडर की काफी मांग रहती है। भारत की बात करें तो यहां भी इसकी कीमत 800 रुपये प्रति किलो मिलता है। वहीं सहजन के पत्ते का पाउडर यूरोपियन देशों में इसके तीन गुना ज्यादा कीमत है। इसके खेती से किसानों के आमदनी में भी बृद्धि होगी। इसके अलावा बिहार में उपजने वाले पदार्थ विदेशों में जाने जाएंगे।