बिहार में पहली बार पंचायत चुनाव बैलेट पेपर से नहीं, ईवीएम से होंगे, सरकारी तैयारी हुई शुरू

डेस्क : बिहार में साल 2021 में होने वाला पंचायत चुनाव इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन से कराने की कवायद चल रही है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बाबत राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है। अभी तक पंचायत चुनाव बैलेट पेपर से होते रहे हैं। अगर राज्य सरकार से ईवीएम से चुनाव की हरी झंडी मिल जाती है तो ईवीएम से चुनाव का यह पहला मौका होगा। शहरी निकाय के चुनाव ईवीएम से होते हैं। आयोग के सूत्रों के अनुसार ईवीएम से चुनाव कराने के लिए आयोग ने सरकार से आवंटन उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया है।

4 राज्यों में ईवीएम से हो रहे पंचायत चुनाव : हरियाणा, राजस्थान, केरल और मध्य प्रदेश में ईवीएम से पंचायत चुनाव कराए जा रहे हैं। बिहार में अगर इसकी अनुमति मिलती है तो यह पांचवां राज्य होगा। जिप सदस्य-1161, मुखिया-8387, सरपंच-8387, 6 पद के लिए चुनाव }15 हजार ईवीएम का इस्तेमाल संभव, अगले वर्ष मार्च और मई के बीच होने हैं चुनाव राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायती राज विभाग को भेजा प्रस्ताव, मंजूरी का इंतजार, पं. समिति सदस्य-11 हजार, पंचायत सदस्य-1.14 लाख, पंच-1.14 लाख (करीब)।

अगले वर्ष मार्च से मई के बीच पंचायत चुनाव होना है। अधिकतम नौ चरणों में पंचायत चुनाव की तैयारी है। जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्य, ग्राम पंचायत मुखिया, ग्राम कचहरी सरपंच, ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम कचहरी पंच के करीब 2 लाख 58 हजार पदों पर चुनाव होना है। पिछले पंचायत चुनाव में 1 लाख 19 हजार 24 बूथ बनाए गए थे।

पंचायत चुनाव में नई तकनीक वाली ईवीएम का इस्तेमाल होगा। यह मल्टीपल पोस्ट ईवीएम होगी। चूंकि छह पदों के लिए चुनाव कराए जाने हैं इसलिए एक कंट्रोल यूनिट के साथ 6 बैलेट यूनिट जुड़े होंगे। खास बात यह होगी कि आयोग महज 15 हजार ईवीएम से ही पूरा चुनाव कराने की तैयारी में है। नई तरह की ईवीएम में एक मेमोरी चिप लगी होगी। लिहाजा एक चरण के चुनाव के बाद दूसरे चरण में इसी ईवीएम का इस्तेमाल हो सकेगा। उम्मीद है कि पंचायती राज विभाग ईवीएम से चुनाव पर सहमति दे देगा।