Flood in Bihar : बूढ़ी गंडक व बागमती अब भी खतरे के निशान के ऊपर, इन जिलों में तबाही जारी

डेस्क : बिहार में बाढ़ का सितम लगातार जारी है। खासकर उत्तर बिहार में फिलहाल दो नदियों से तबाही अब भी जारी है। बताते चलें कि बूढ़ी गंडक और बागमती में पानी घटने के बाद भी जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। दो जिले खासा प्रभावित हुए हैं। जिसमें मुजफ्फरपुर व दरभंगा में इन दोनों नदियों ने अब भी तबाही मचा रखी है। वहीं बांध व एनएच पर शरण लेने वाले हजारों लोग अपने घर लौटने की ताक में हैं। परन्तु नदियों का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर बने रहने के कारण अभी दूर दूर तक इसकी कोई संभावना नहीं दिखाई पर रही है।

मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर अब भी 52.86 मीटर पर बना हुआ है। जो खतरे के निशान से ऊपर है। वहीं बात बागमती का करें तो इसका भी जलस्तर 54.80 मीटर है, जो कि खतरे के निशान से ऊपर है। दोनों नदियों ने जिले में तबाही मचा रखी है। आंकड़ों के लिहाज से जिले में बाढ़ से 14 प्रखंड के करीब 14 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बूढ़ी गंडक के पानी से तिरहुत नहर टूटने के बाद सकरा व मुरौल के सैकड़ों लोगों ने एनएच 28 पर शरण ले रखा है। यहां प्रभावित गांव में पानी कम हो रहा है।

दरभंगा के शहरी इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी इधर, दरभंगा में भी बागमती का पानी दो सेमी नीचे आया है, लेकिन यह लगातार अब भी खतरे के निशान के ऊपर है। वहीं जिले में अधवारा भी खतरे के निशान से ऊपर है। कमला का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आया है। खासकर दरभंगा में शहर की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। शहर के कई मोहल्ले जलमग्न हैं और वहां सरकारी नाव तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। जिले के हनुमान नगर व सिंहवाड़ा प्रखंड में भी बाढ़ का व्यापक असर है। जल संसाधन विभाग का मानना है कि बागमती के जलस्तर में कमी आने के बाद ही स्थिति सुधरेगी।