मुजफ्फरपुर के पताही एयरपोर्ट पर लगा ग्रहण , जानिये आखिर किसी भी विमान कंपनियों ने क्यों नहीं दिखाई कोई रुची

डेस्क : मुजफ्फरपुर में इन दिनों काफी विकास हुआ है। शहर में बड़े से बड़े अस्पताल व मॉल है, जिससे लोगों को हर सुख सुविधा मिलती है। यहां तक कि मुजफ्फरपुर को मिनी पटना भी कहा जाता है। इसी कड़ी में शहर का और आधीक विकास हो इसलिए पताही एयरपोर्ट को शुरू करने हेतु सोशल मीडिया पर हमेशा माहौल गर्म रहती है। दरभंगा हवाई अड्डा से उड़ान शुरू होने के बाद से यह आवाज़ अधिक उठ रहा है कि पताही एयरपोर्ट से हवाई उड़ान शुरू किया जाए।

लेकिन लोगों की इस मांग पर ग्रहण लगता नज़र आ रहा है। बात यह है कि उड्डयन मंत्रालय की ओर से 3 महीने पूर्व राज्य के 5 हवाई अड्डे को शुरू करने की घोषणा की गई थी, इस में पताही हवाई अड्डा भी शामिल थी। दरअसल पताही एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू होने की कयास लोगों ने लगाया था। इतने में ही कुछ दिनों पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पताही हवाई अड्डा से उड़ान सेवा शुरू करने को लेकर बड़ी अर्चन बताई है। उन्होंने बताया कि पताही हवाई अड्डा में किसी भी विमानन कंपनियों ने रूचि नही दिखाई, इस हवाई अड्डे को लेकर कंपनियों ने बोली भी नहीं लगाई। उड्डयन मंत्री ने यह भी स्पस्ट करते हुए कहा कि भविष्य में यदि कोई कंपनी तैयार हुई तो हवाई सेवा शुरू करने पर विचार अवश्य किया जाएगा। मालूम हो कि जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार पताही हवाई अड्डा शुरू करने के लिए मंत्रालय को चिट्ठी भेजा जा चुका है। हर बार रनवे के लिए भूमि की कमी बताकर सरकार इनकार कर देती थी।

पताही हवाई अड्डा का मामला अब अलग रूप ले चुका हैं। बता दें कि पताही एयरपोर्ट से संबंध में बयानबाजी तो चल ही रही थी कि पताही गांव वालों ने भूमि देने से इनकार कर दिया है। ग्रामीणों के द्वारा डीएम को दिए गए आवेदन में बताया है कि वे पहले ही नहर, एनएच और बाईपास के लिए भूमि दे चुके हैं, और अब नहीं देंगे। बतादें कि पताही हवाई अड्डा के रनवे हेतु 475 एकड़ जमीन की आवस्यकता है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि एयरपोर्ट में जमीन देंगे तो हमारे पूरे ग्राम का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।