गंगा नदी पर बनने वाले 23 पुल निर्माण पर लगा ग्रहण, विक्रमशिला फोर लेन पुल के निर्माण पर भी रोक.. जानें – वजह

न्यूज डेस्क : बिहार को गंगा और कोसी नदियों पर 23 पुलों के साथ जोड़ा जाएगा। राज्य में नदियों पर एक पुल औसतन हर 25 किलोमीटर के बाद होगा। और पटना जल्द ही राज्य में कहीं से भी पांच घंटे के भीतर पहुंच जा सकेगा। ऐसा हम नहीं कह रहे ऐसा देश के, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वादा किया था। पर अब खबरे कुछ और ही बयाँ कर रही है। भागलपुर में बन रहे विक्रमशिला सेतु के निर्माण पर रोक लगा दी गई है। यही नहीं इस रोक की वजह से गंगा नदी पर बन रहे सभी सेतू के निर्माण पर ग्रहण लग गया है।

जानें- क्या है वजह? गंगा नदी पर बनने वाले किसी भी पुल के स्पैन का फासला अगर 100 मीटर से कम का होता है तो भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (Inland Waterways Authority of India) से उसे अनुमति नहीं देगा। और ऐसा इसलिए क्यों की पुल के पूरे हिस्से का स्पैन कम से कम सौ मीटर फासले का होना चाहिए। वही भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर बनने वाले चार लेन पुल के निर्माण पर इसी आधार पर आइडब्ल्यूएआइ ने रोक लगा दी है। और इसका मूल कारण पर्यावरण व वाणिज्यि‍क है। इस संबंध में यह कहा गया है कि अगर पुल के स्पैन का फासला सौ मीटर से अधिक का नहीं होता है तो उससे बड़े समान रखने वाले जहाज नहीं गुजर सकेंगे। इसके अतिरिक्त स्पैन का फासला सौ मीटर रहने से पानी का बहाव भी सही तरीके से होगा।

इससे पहले तक निर्माण के लिए प्रक्रिया पूरी कर ली गयी थी। काम शुरू किए जाने की तैयारी थी पर मामला तब अटक गया जब आइडब्ल्यूएआइ से अनुमति नहीं मिली। इस पुल की डिजायन इस तरह की थी कि कई जगह पचास मीटर वाले स्पैन थे। पर एजेंसी के अनुसार सौ मीटर स्पैन पर डिजायन कर पुल बनाना होगा तो चार सौ करोड़ रुपए अधिक चाहिए जिसके लिए भी इस राशि को लेकर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय सहमत नहीं है।