राज्यपाल से मिलकर उठाई मांग, SH-85 प्रोजेक्ट से संबंधित सभी पदाधिकारी की सम्पत्ति का हो जाँच

न्यूज डेस्क : बिहार राज्य पथ विकास निगम की ओर से निर्मित स्टेट हाईवे 85 अकबरनगर- अमरपुर रोड के निर्माण कार्य में घोरब अनियमितता और घोटाला हुआ है। इसको लेकर विपक्ष के नेताओं ने आवाज मुखर किया है। राजद विधायक सह विधानसभा में शून्यकाल समिति के सभापति चन्द्रहास चौपाल के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की। शिष्टमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंप विशेष निगरानी इकाई या न्यायालय की ओर से गठित विशेष एसआईटी से जांच कराने की मांग की है शिष्टमंडल में बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार, छात्र राजद अजीत यादव, सीपीआईएम नेता मनोज कुमार चंद्रवंशी और चौपाल समाज के अध्यक्ष मुकेश कुमार तांती शामिल थे।

अब इसमें देखने वाली बात यह बच रही है कि सरकार इस हाई वोल्टेज मुद्दे पर क्या जवाब देती है। नेताओं ने कहा कि बिहार राज्य के लोकप्रिय मुख्यमंत्री को कुछ भ्रष्ट पदाधिकारी मिलकर फेक कम्पनी बनाकर राज्य के पैसा को लूटने का कार्य कर रहें हैं। जिससे सुशासन के नाम से कुख्यात एवं विख्यात माननीय मुख्यमंत्री के छवि को धुमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। आपसे विनती पूर्वक निवेदन है कि माननीय पटना उच्च न्यायालय के अधीन विषेष अनुसंधान दल गठन कर जाँच कराने की कृपा की जाय क्योंकि मुख्यमंत्री नीतिश के नेतृत्व में स्थापित राज्य सी0आर0पी0सी0 के निहित प्रावधानों में जाँच कराने में न तो इच्छुक है और न सक्षम में है। वर्तमान मुखिया के नेतृत्व में जिस प्रकार से संस्थाओं एवं पदाधिकारियों का अपने निजी स्वार्थ के लिए कठोरतम नियंत्रण में रखकर सी0आर0पी0सी0 के प्रावधानों की धज्जियों उड़ाने का महारत हासिल है। इनके नेतृत्व में कोई पल रहे भ्रष्ट पदाधिकारियों के विरूद्ध सी0आर0पी0सी0 के अंतर्गत जाँच बिना न्यूट्रल एजेंसी के एवं न्यायपालिका के हस्तक्षेप के बिना संभव नहीं है।

अनुसंधान पूरा होने तक शेष बकाये राशि का भुगतान होने पर रोक लगाने का कृपा की जाय। SH-85 प्रोजेक्ट से संबंधित सभी पदाधिकारी का आय से अधिक सम्पत्ति का जाँच करवाई जाय। माननीय उच्च न्यायालय के नेतृत्व में एस0आई0टी0 गठित कर इस भ्रष्टाचार की जाँच कराने की कृपा की जाय एवं नीतिष के भ्रष्ट पदाधिकारियों को इस जाँच से अलग रखा जाय ताकि सी0आर0पी0सी0 प्रावधानों के अंतर्गत जाँच हो सके।