डेस्क : जिस तरह बिहार में आने वाले प्रवासियों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है इसी के मद्देनजर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है लाँक डॉउन की वजह से बिहार आ चुके या आने वाले 10 लाख से ज्यादा प्रवासी कामगारों को बिना राशन कार्ड के भी 2 महीने तक हर माह 5 किलो चावल और प्रति परिवार 1 किलो दाल दिया जाएगा। इसके तहत कुल 10 किलो चावल और 2 किलो दाल देने आकलन तय किया गया है। इतना ही नहीं किसानों के साथ विशेष अभियान चलाकर पशुपालकों व मछुआरों को भी केसीसी का लाभ दिया जाएगा।
प्रवासी मजदूर जब भी दूसरे राज्यों में वापस जाएंगे तो वहां भी “वन नेशन, वन राशन” कार्ड के तहत में अनाज का उठाव कर सकेंगे। केंद्र सरकार की घोषणा के अनुसार उन्हें दूसरे राज्यों में किराए के सस्ते मकान की भी सुविधा मिलेगी। बिहार सरकार ने लॉक डाउन के कारण प्रभावित हुए बिहार के लाखों फुटपाथी दुकानदारों को भी पैकेज के तहत घोषित 5000 करोड़ के फंड से 10000 तक कर्ज दिया जाएगा।