साइक्लोन यास का बिहार के सभी जिलों में दिखेगा असर, निपटने को लेकर सीएम नीतीश ने की हाईलेवल मीटिंग

न्यूज़ डेस्क: बंगाल की खाड़ी से उठ रहे चक्रवातीय तूफान का असर अब बिहार और झारखंड में भी पड़ने लगा है। आपको बताते की बिहार और झारखंड के सभी जिलों को अलर्ट पर रखा गया है।

साथ ही इस तूफान की वजह से तेज हवाएं और बारिश होने की भी संभावना है। बिहार में “यस साइक्लोन” तूफान को लेकर 26 मई से 30 मई तक के लिए अलर्ट जारी किया गया है। इसी संबंध में मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने वर्चुअल तरीके से आपदा प्रबंधन विभाग, संबद्ध विभाग तथा सभी जिलाधिकारियों के साथ चक्रवाती तूफान ‘यास’ की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बिहार के सभी जिलों को अलर्ट पर रखा गया: इस संबंध में स्वास्थ्य सह आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कि बिहार में 27 मई से 30 मई तक आंधी तूफान, वज्रपात तथा वर्षा की संभावना है। इसे देखते हुये सभी जिलाधिकारियों को सर्तक कर दिया गया है। ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग को विशेष रूप से अलर्ट रहने को कहा गया है। NDRF और SDRF की टीम पूरी तरह तैयार है। नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर तथा ऊर्जा सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने भी अपने विभागों से संबंधित तैयारियों को लेकर विस्तृत जानकारी दी।

सीएम ने बताया…. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि संभावित ‘यास’ तूफान से निपटने को लेकर सारी तैयारी पूर्ण रखें। सभी संबद्ध विभाग चक्रवाती तूफान ‘यास’ से निपटने को लेकर पूरी तरह अलर्ट रहें। सूचना के अनुसार पूरे बिहार में इस तूफान का प्रभाव पड़ेगा। संबंधित विभाग एवं अधिकारी लगातार परिस्थितियों पर नजर बनाये रखें और उसके अनुसार जरूरी तैयारी रखें।

उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति के व्यवधान की स्थिति में सभी सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों का इलाज प्रभावित न हो, इसकी वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित कर लें तथा उसका ड्राई रन कर लें। उन्होंने कहा कि हमारी चिन्ता है कि ‘यास’ चक्रवात की वजह से यदि बिजली आपूर्ति प्रभावित होती है तो उसके अभाव में अस्पतालों में भर्ती मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। इसका वैकअप प्लान पूरी तरह तैयार रखें।