बिहार विधानसभा चुनावों पर कोरोना का साया! जानिए क्या कहा मुख्य चुनाव आयुक्त ने

डेस्क : कोरोना वायरस का साया बिहार विधानसभा चुनाव पर पड़ने की आशंका दिख रही है. जिस तरह से कोरोना के मामले देश में बढ़ रहे हैं और सरकार ऐहतियाती कदम उठाने की सलाह दे रही है उसे देखते हुए बिहार में चुनाव के समय पर होने की संभावना कम ही है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब यह कयास लगाया जा रहा है कि क्या इस साल के अंत तक या नवंबर दिसंबर से आगे यह चुनाव बढ़ सकते हैं यह चुनाव या टल सकता है?

इस पर चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए इकोनॉमिक्स टाइम्स अखबार में दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, अप्रैल मई और जून में होने वाली विधानसभा और संसद के उपचुनाव को महामारी के कारण स्थगित करना पड़ा, उन्होंने कहा कि राज्य में उचित समय पर ही उपचुनाव कराने का निर्णय करेगा फिलहाल इसे टालने के लिए कोई योजना नहीं बनाई जा रही है, इसकी तैयारियां अभी चल रही है।

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम अटकले अब साफ हो चुकी है कि बिहार विधानसभा चुनाव अपने तय सीमा पर ही होंगे। अपने इंटरव्यू में उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के दौरान सारे नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। चुनाव आयोग सामाजिक गड़बड़ी, स्वच्छता,किटाणुशोधक, मास्क और दस्ताने आदि के उपयोग के बारे में उचित व्यवस्था करेगा।

चुनाव ड्यूटी पर सभी अधिकारियों को इस वायरस से संबंधित सावधानियों के बारे में बताया जाएगा तथा वोटर के जागरूकता के लिए डिजिटल तकनीकों का भी उपयोग कराया जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बिहार चुनाव को लेकर आवश्यक बिंदुओं पर भी चर्चा की और इसकी जानकारी सीईओ को दी गई है। सीईओ द्वारा राज्य के बूथों के सत्यापन का निर्देश जिलों को दे दिया गया है। आयोग की 2 सदस्यीय टीम भी बिहार का दौरा करने वाली है।

ये साफ है कि अगर बिहार विधानसभा का चुनाव समय पर हुआ तो कोरोना के साए में ही होगा. क्योंकि महामारी के बीच ही चुनाव तैयारी में सभी पार्टियां अभी से जुट गई हैं. ऐसे में सभी दल डिजिटल चुनाव प्रचार को लेकर अपनी कमर कस रहे हैं. बिहार की राजनीतिक पार्टियों की तैयारी को देखकर ये उम्मीद की जा रही है कि विधानसभा का चुनाव अपने समय से ही होगा. खासकर बीजेपी और जेडीयू तो चुनावी मोड में आ भी चुकी है।