डेस्क : कोसी नदी पर 4 -लेन पुल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, बता दें कि निर्माण कार्य का कुल खर्चा 1478 करोड़ है। यह परियोजना 28 किलोमीटर लंबी है। इस वक्त यह कार्य इस्कॉन इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड संभाल रही है, जो एक मुंबई की कार्य एजेंसी है।
जब यह निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा तो आने वाले 10 सालों के लिए कंपनी द्वारा ही इसका रखरखाव किया जाएगा। बता दें कि NH- 106 के मिसिंग लिंक मधेपुरा (उदाकिशनगंज) से भागलपुर (बीहपुर) के बीच 28.91 किमी की सड़क व कोसी नदी पर 6.93 किमी पुल निर्माण कार्य 2021 तक पूरा होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। परंतु, कोरोना की दूसरी लहर ने इस कार्य को बाधित कर दिया। लेकिन अब हालात सामान्य हो जाने कारण कार्य को फिर से आरंभ कर दिया गया।
PM पैकेज के तहत इस पुल का निर्माण हो रहा है : बता दे की इस पुल निर्माण की घोषणा खुद पीएम मोदी द्वारा 2018 में की गई थी। वर्ष 2020 में पीएम मोदी ने वर्चुअल से मधेपुरा के उदाकिशनगंज में इस कार्य का शिलान्यास के साथ भूमि पूजन किया था। यह पुल निर्माण कार्य पूरा होने से बिहार के एक बड़े हिस्से को अपने भीतर आवागमन की सुविधा मिल जाएगी। ऐसे में बिहार के कई जिले जो राजधानी से दूर हैं, वह 5 घंटे के तहत सीमा के भीतर राजधानी में प्रवेश कर सकेंगे। इस परियोजना को प्रधानमंत्री पैकेज के तहत प्रस्तुत किया गया है।
इन जिलों को ज्यादा सुविधा मिलेगी : जब इस पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा तो सभी मिथिलावासी अंग प्रदेश से जुड़ जाएंगे। फिलहाल, फुलौत से बिहपुर जाने के लिए लोगों को लंबा सफर तय करना होता है। पहले लोग चौसा जाते हैं फिर, भटगामा होते हुए नवगछिया पहुँचते हैं। लेकिन निर्माण के पूरा होने से मधेपुरा, सहरसा और सुपौल के लोग भागलपुर के नज़दीक आ जाएंगे। बता दें की जिन-जिन क्षेत्रों में सरकार द्वारा यह कार्य किए जाते हैं, वहां पर बड़े स्तर पर रोजगार का सृजन होता है। व्यवसाई वर्ग के लिए अनेकों रास्ते खुलते हैं। पुल निर्माण पूरा होते ही कोसी का रंग रूप बदल जाएगा।
2024 तक कार्य पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है : सड़क निर्माण की इस कार्य को गायत्री प्रोजेक्ट्स द्वारा 2018 में शुरू किया गया था साथ ही जब गायत्री प्रोजेक्ट से पूछा गया कि आखिर यह कार्य इतना धीरे क्यों चल रहा है तो गायत्री प्रोजेक्ट के पास इसका कोई जवाब नहीं था बता दें कि 55% ही कार्य कंपनी द्वारा पूरा किया गया था। अब इस निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए कंसलटेंट एजिस इंटरनेशनल और एजे इंडिया कंसलटिंग इंजिनियर्स की सहायता ली जा रही है। अब उम्मीद यह लगाई जा रही है कि कार्य 2024 तक पूरा होगा।