सीएम नीतीश ने अफसरों को चेताया, अपराध नियंत्रण को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं

न्यूज डेस्क : बिहार के सीएम के लगातार दिशा निर्देशों के वाबजूद बिहार में लॉ इन ऑर्डर की जमीनी हकीकत कुछ और ही होती है। बहरहाल शुक्रवार को एकबार फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीसी के माध्यम से विधि व्यवस्था से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई। बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक एस०के० सिंघल ने विधि-व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए किए जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने पिछली बैठकों में दिये गये निर्देशों के अनुपालन से संबंधित एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। अपर पुलिस महानिदेशक विशेष शाखा जे०एस० गंगवार ने विशेष शाखा के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि जमीन से संबंधित आपसी विवाद को खत्म करने के लिए महीने में एक बार जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, 15 दिनों में एक बार एस०डी०ओ० और एस०डी०पी०ओ० तथा सप्ताह में एक दिन अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्ष नियमित रूप से बैठक करें। शनिवार को चौकीदार परेड हो, ताकि वे गांव से जुड़ी समस्याओं की जानकारी थाने को दे सकें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्पीडी ट्रायल में तेजी लाकर सजा की दर को बढ़ायी जाए। इंवेस्टीगेशन के कार्य को बेहतर तरीके से अंजाम दें ताकि अपराधियों को सख्त सजा दिलायी जा सके।

अपराध का विश्लेषण जिला, अनुमंडल एवं थानावार करते रहें ताकि विधि-व्यवस्था हर हाल में मेंटेन रहे। अपराध अनुसंधान कार्य में लापरवाही नहीं हो, इसका सतत् अनुश्रवण करें। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद देशी शराब एवं ताड़ी के उत्पादन तथा बिक्री से पारंपरिक रूप से जुड़े परिवारों, अत्यंत निर्धन परिवारों, प्रकार की अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के अत्यंत निर्धन परिवारों, अन्य समुदाय के अत्यंत निर्धन परिवारों को सतत् जीविकोपार्जन योजना का लाभ दिलायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी थाना क्षेत्रों में रात्रि गश्ती को और सुदृढ़ करें। सभी थानों में नियमित रूप से रात्रि गश्ती को सुनिश्चित करें।

सभी थाना में महिला पुलिस पदाधिकारी / महिला पुलिस की पदस्थापना निश्चित रूप से हो इससे थाने में शिकायत लेकर आने वाली महिलाओं का मनोबल बढ़ेगा और उनकी शिकायतों का समाधान भी सहज ढंग से हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि अपराध नियंत्रण को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। गड़बड़ी करने वाले लोगों को चिन्हित कर उन पर कड़ी कार्रवाई करें।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे। जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, पुलिस महानिदेशक एस0के0 सिंघल, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव गृह श्री चैतन्य प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक विशेष शाखा जे०एस० गंगवार, अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार सहित अन्य वरीय पदाधिकारी जुड़े थे।