डेस्क : बिहार के सीएम नीतीश कुमार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक बड़ा ऐलान किया. उन्होंने इस मौके पर अपने संबोधन में नियोजित शिक्षकों के लिए एक घोषणा की, जिसके तहत इन शिक्षकों को नई सेवा शर्त नियमावली लागू की जाएगी जिससे कि शिक्षकों को कई तरह के लाभ मिलेंगे।
पौने चार लाख नियोजित शिक्षकों के लिए नई सेवा शर्त होगी लागू सूबे के मुखिया ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि जल्द ही इनके लिए नई सेवा शर्त नियमावली लागू की जाएगी. जिसके तहत शिक्षकों को कई लाभ मिलेंगे. सीएम के इस ऐलान के बाद माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार पांडे ने सीएम को बधाई दी।
शिक्षकों के आंदोलन का है परिणाम माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार पांडे ने कहा कि यह ऐलान शिक्षकों के आंदोलन का परिणाम है. अब सरकार को समान काम समान वेतनमान पर भी विचार करना चाहिए। आपको बता दें कि सीएम ने नई सेवा शर्त लागू करने और इपीएफ देने की घोषणा की है. नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्तों की नई नियमावली को अंतिम रूप दिया जा चुका है. अब मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद माना जा रहा है कि आगामी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर लागू कर दिया जाएगा
नियोजित शिक्षकों को होंगे कई फायदे इसकी घोषणा के होने के बाद अब नियोजित शिक्षकों को ऐच्छिक स्थानांतरण,प्रोन्नति, वेतन वृद्धि और सेवा निरंतरता जैसी बातें शामिल है। नई सेवा शर्त नियमावली से राज्य के पौने चार लाख शिक्षक इपीएफ का लाभ भी ले सकेंगे। नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में 35916 शिक्षकों के पद सृजित किए जाने की जानकारी दी है, और यह भी कहा है कि 400 कॉलेज शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार 5 सितंबर तक जहां शिक्षकों का सेवा शर्त का सरकार तोहफा दे सकती है, वहीं नई सेवा शर्त लागू करने के साथ ही नियोजित शिक्षक शब्द हटाने का ऐलान किया जा सकता है। यही नहीं अनुकंपा के इंतजार में बैठे आश्रितों को भी सरकार बड़ा लाभ देने जा रही है. इसके तहत जो भी टीईटी, बीएड ट्रेंड अभ्यर्थी होंगे उन्हें शिक्षक की नौकरी मिलेगी, जबकि अन्य अभ्यर्थी को डिग्री के आधार पर क्लर्क और फोर्थ ग्रेड कर्मचारी में बहाली ली जाएगी।