बिहार में आर्ट्स और कॉमर्स के बच्चे भी कर सकेंगे नर्सिंग का कोर्स, स्वस्थ्य मंत्रालय ने दी मंजूरी- टेस्ट में होगा यह बदलाव

डेस्क : बिहार में 2021 में जो भी छात्र 10वीं और 12वीं में कॉमर्स और आर्ट्स के विद्यार्थी रह चुकें हैं, वह आसानी से नर्सिंग का कोर्स कर सकते हैं। इसके लिए सरकार ने नई योजना के तहत पढ़ाई में बदलाव किए हैं। इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय और नर्सिंग बोर्ड ने सार्वजनिक तौर पर घोषणा की है कि अब जो भी विद्यार्थी बी.एस.सी नर्सिंग की पढ़ाई करना चाहता है और वह किसी भी क्षेत्र से है। साथ ही अपनी 10वीं और 12वीं पूरी कर चुकें है। वह आसानी से नर्सिंग का कोर्स कर सकते है।

इसको लेकर इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने भी ड्राफ्ट जारी किया है जिसके तहत हर विद्यार्थी अब नर्सिंग का कोर्स कर सकता है। आपको बता दें कि इस जानकारी के बाद से लोगों के बीच यह भ्रम फैलने लगा कि क्या अब जीएनएम का कोर्स बंद हो जाएगा ? तो आपको बता दें कि 2021 से जीएनएम का कोर्स बंद नहीं होगा। वह जैसा चलता था वैसा ही चलेगा। जो भी छात्र 12वीं में साइंस से पास हुए हैं उन्हें कम से कम 45% मार्क्स लाने होंगे जिसके तहत वह एडमिशन पा सकते हैं। अगर बात करें आर्ट्स और कॉमर्स के छात्रों की तो वह भी नर्सिंग की पढ़ाई कर सकते हैं। इसको लेकर नए बीएससी नर्सिंग के कोर्स में अतिरिक्त 2 घंटे दिए जाएंगे जिसके तहत बच्चों का बेस तैयार किया जाएगा क्योंकि उनकी पकड़ साइंस जैसे सब्जेक्ट पर नहीं होती है इसलिए इन 2 घंटे में उनको मौका मिलेगा कि वह अपनी पकड़ को मजबूत बना सकें। 12वीं क्लास के कुछ बेहद ही महत्वपूर्ण टॉपिक होते हैं जिनका जानना नर्सिंग में आवश्यक होता है। 2021 में किसी भी तरह का बदलाव नर्सिंग के सिलेबस में नहीं होगा।

सिर्फ एक बदलाव देखने को यह मिल रहा है कि यहां पर आर्ट्स और कॉमर्स के बच्चे नर्सिंग की पढ़ाई कर सकते हैं साथ ही नया पैटर्न जारी किया गया है। जिसके तहत बच्चों का टेस्ट भी लिया जाएगा। इस टेस्ट में जनरल साइंस के 50, जनरल नॉलेज के 20, अंग्रेजी के 10, सवाल पूछे जाएंगे इस टेस्ट में सफलता पाने के लिए बच्चों को 50% अंक लाने ही होंगे। काफी लम्बे समय से यह देखा जा रहा था की नर्सिंग की तरफ बच्चों का ज्यादा रुझान है जिस कारण यह फैसला काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।